


भागलपुर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की विभिन्न समस्याओं को लेकर आंदोलन की घोषणा की है। ABVP ने विश्वविद्यालय में शैक्षणिक अराजकता और भ्रष्टाचार के खिलाफ कुलपति से ज्ञापन के माध्यम से कई बार शिकायत की थी, लेकिन कुलपति ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
विद्यार्थी परिषद ने एक प्रेस वार्ता में विश्वविद्यालय की समस्याओं को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की योजना का ऐलान किया। प्रदेश सह मंत्री कुणाल पाण्डेय ने कहा कि 17 जनवरी को टीएनबी महाविद्यालय में ABVP कार्यकर्ताओं के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद बनाई गई कमेटी का अब तक कोई फैसला नहीं आया है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय के हॉस्टलों में अवैध रूप से रह रहे लोगों पर कार्रवाई की मांग की गई है।

उन्होंने बताया कि बिहार सरकार द्वारा सभी विश्वविद्यालयों में एससी/एसटी छात्र और अन्य वर्गों के छात्रों का निशुल्क नामांकन लागू किया जा रहा है, लेकिन तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में इसे लागू क्यों नहीं किया गया, इसका जिम्मेदार कौन है? इसके साथ ही पीजी और कॉलेजों में शौचालय और पेयजल की कमी को लेकर भी सवाल उठाए गए। विश्वविद्यालय के मुख्यालय पर भी शौचालय की कमी छात्रों के लिए परेशानी का कारण बन रही है।
विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख हैप्पी आनंद ने पेट परीक्षा में धांधली की जांच की मांग की और दोषियों पर कार्रवाई की बात की। साथ ही, उन्होंने गेस्ट फैकल्टी के फार्म के लिए सात दिन का समय देने की आलोचना करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही है।
प्रेस वार्ता में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मुक्ता सिंह, जिला सयोजक रोहित सिंह और नगर मंत्री शिवसागर भी मौजूद थे।

