


@ समिति के प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर सौंपेंगे ज्ञापन*
प्रदीप विद्रोही
भागलपुर: प्राचीन विक्रमशिला महाविहार के विकास और संरक्षण को लेकर विक्रमशिला नागरिक समिति, कहलगांव के कार्यकारिणी समिति की बैठक भदेर स्थित एक विवाह भवन में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता ने की, और इसमें समिति के सदस्यों ने विक्रमशिला महाविहार के चारों ओर स्थित पहाड़ों को संरक्षित करने और इसे एक पर्यटक स्थल घोषित करने की मांग की।

बैठक में सभी सदस्यों ने एकमत से प्रस्ताव पारित किया कि विक्रमशिला और केंद्रीय विश्वविद्यालय का पठन-पाठन चालू वर्ष से ही शुरू किया जाए। इसके साथ ही, इस विश्वविद्यालय में तकनीकी शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए कृषि, आयुष, मेडिकल और अन्य तकनीकी पाठ्यक्रमों की पढ़ाई भी शुरू की जाए। विक्रमशिला को बौद्ध सर्किट से जोड़ने की भी जोरदार मांग की गई।
समिति ने राज्य सरकार को स्मारित करते हुए विक्रमशिला के चारों ओर स्थित पहाड़ों को संरक्षित कर इसे एक ऐतिहासिक और पर्यटकीय स्थल के रूप में विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके लिए एक सात सदस्यीय शिष्टमंडल शीघ्र ही सभी सत्तारूढ़ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर एक ज्ञापन प्रस्तुत करेगा।

बैठक में प्रमुख रूप से मुनेश्वर गुप्ता, डॉ राकेश सिंह, रेखा चंद्रा, नासरीन प्रवीण, श्वेता गुप्ता, विजय पंडित, प्रखंड प्रमुख नूतन देवी समेत कई अन्य नागरिक समिति के सदस्य शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन संस्था के संयोजक डॉ एनके जायसवाल ने किया।
समिति के इस कदम से विक्रमशिला महाविहार के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को और भी उजागर करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
