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भागलपुर के हवाई अड्डा मैदान में आगामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के तहत किसानों और आमजनों के प्रवेश के लिए कई विशेष द्वार बनाए गए हैं। इन द्वारों की खास बात यह है कि उनका नाम बिहार के कृषि उत्पादों पर आधारित जीआई (गैजेटेड इंडीकेटिव) टैग से जुड़ा हुआ है। यह पहल प्रधानमंत्री मोदी के 24 फरवरी को होने वाले कार्यक्रम से जुड़ी हुई है, जिसमें वह किसान सम्मान निधि का ऑनलाइन वितरण करेंगे और साथ ही एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।
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यह द्वार बिहार के प्रमुख कृषि उत्पादों के प्रति सम्मान और मान्यता को व्यक्त करते हैं। मुख्य द्वार का नाम “केला द्वार” रखा गया है, जो बिहार के केला उत्पादन को दर्शाता है, जिसे जीआई टैग प्राप्त है। इसी तरह, वीआईपी द्वार का नाम “मखाना द्वार” रखा गया है, जो बिहार के मखाना उत्पादन को सम्मानित करता है।
इसके अतिरिक्त, कई अन्य द्वार भी बनाए गए हैं जिनके नाम राज्य के अन्य कृषि उत्पादों के नाम पर हैं, जैसे:
- मक्का द्वार
- कतरनी द्वार
- जर्दालु आम द्वार
- मगही पान द्वार
यह द्वार किसानों के कृषि उत्पादों की महत्ता को न केवल मान्यता देते हैं, बल्कि बिहार के कृषि उत्पादन के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसार में भी मदद करेंगे।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कार्यक्रम का उद्देश्य बिहार के किसानों को सम्मानित करना और उन्हें कृषि क्षेत्र में आर्थिक सहायता प्रदान करना है। साथ ही, जीआई टैग प्राप्त कृषि उत्पादों के माध्यम से बिहार के उत्पादों को एक वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में यह कदम एक महत्वपूर्ण पहल है।