नवगछिया में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. मंगलवार को 15 नए लोग कोरोना से संक्रमित पाये गए है. जिनमें नवगछिया मुख्य बाजार के आठ लोग, नया टोला के चार लोग, शहीद टोला के दो लोग और नगरह के एक व्यक्ति शामिल हैं. सबों को कोरोना केयर सेंटर भागलपुर भेजने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. अनुमंडल अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार कुछ लोग ऐसे भी हैं जो घर पर ही कोरंटीन रहना चाह रहे हैं. ऐसे लोगों से बांड भरवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
शहर में खुलेआम घूमने लगे हैं कोरोना पॉजीटिव
नवगछिया शहर में कोरोना पॉजीटिव खुलेआम घूमने लगे हैं. ऐसी स्थिति में नियंत्रण करने वाला कोई नहीं है. आमलोग संक्रमित लोगों से खुल कर बात चीत कर रहे हैं क्योंकि उन्हें पता भी नहीं है उक्त व्यक्ति कोरोना पोजटिव है. एक स्वास्थ्य कर्मी ने अपना नाम न छापने के शर्त पर बताया कि वे सब्जी खरीदने बाजार गए थे लौटने के क्रम में देखा कि दो दिन पहले कोरोना पोजटिव हुआ व्यक्ति खुले आम फलों की खरीददारी कर रहा है. वह विटामिन सी लेने एक दवाई दुकान में भी गया. इधर मुमताज मुहल्ले में भी एक ही परिवार के करीब 10 लोग संक्रमित होने के छः दिन बाद न तो अस्पताल गए और न ही बांड भरा. जब मुमताज मुहल्ले के वार्ड पार्षद प्रतिनिधि फिरोज आलम को यह जानकारी मिली तो उन्होंने स्वयस्थ्य विभाग से संक्रमित लोगों के नाम और पहचान की मांग की. जब फिरोज के पास नाम आया तो उन्होंने पूरे मामले की जांच की तो पता चला कि घर के सभी सदस्य फरार हो गए हैं और एक सदस्य जो संक्रमित है वह रोज सुबह शाम घर आता है और खुले आम घूमता है.
कहां कहां घूम रहे हैं संक्रमित
सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि नवगछिया के मुमताज मुहल्ला, शहीद टोला, भगत पट्टी, मख्खातकिया मकंदपुर चौक के आसपास के क्षेत्र में कोरोना पॉजीटिव मरीज खुले आम घूम रहे हैं. अस्पताल सूत्रों से पता चला है कि सभी 40 वर्ष से कम उम्र के हैं और कोरोना के प्रारंभिक लक्षण भी ऐसे लीगों में नहीं है. ऐसी स्थिति में कोरोना से अब तक बचे लोगों के लिये सतर्कता ही एक उपाय है. नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक एके सिन्हा ने कहा कि उन्होंने अस्पताल नहीं जाने वाले रोगीयों की सूची स्थानीय पदाधिकारियों को लिखित रूप से दे चुके हैं. अस्पताल काम जांच करना, रिपोर्ट देना और इलाज की व्यवस्था करना है जो बखूबी किया जा रहा है.
सड़के सुनी, गलियां खामोश
भागलपुर जिले में पहला कोरोना रोगी नवगछिया शहर का था. रोगी मिलने के बाद नवगछिया के लोगों ने 28 दिनों तक कर्फ्यू जैसे हालात देखे थे. पानी, दूध, रोजमर्रा की जरूरतों के लिये लोग छटपटा उठे थे. यह तब का समय था जब एक कोरोना रोगी शहर मिला था और लीगों ने 28 दिन संगीन पहरों के बीच जीने को विवश हुए लेकिन आज शहर में 15 कोरोना के मरीज घूम रहे हैं लेकिन कोई संज्ञान लेने वाला नहीं है. लोग खुद ही घरों से कम निकल रहे हैं. फिर भी जरूरत के सामानों के लिये तो घर से निकलेंगे ही. नवगछिया के अतुल कुमार ने कहा कि जब पहला रोगी मिला था तो उस समय कर्फ्यू अत्यधिक सख्ती लग रहा था लेकिन आज लोग खुद ही समझ गए हैं कि स्थिति अच्छी नहीं है, घरों में रहने के सिवाय दूसरा कोई विकल्प नहीं है.
सघनता से हो रही मास्क चेकिंग
नवगछिया शहर में 60 से अधिक पुलिस कर्मियों और पदाधिकारियों के संक्रमित होने के बाद भी नवगछिया के पुलिसकर्मी कोरोना से लड़ाई में मुस्तैदी से डटे हैं. नवगछिया हाई स्कूल, पश्चिम केबिन और शहर के अन्य जगहों पर उन्हें देखा जा सकता है. पुलिसकर्मी लीगों को समझा बुझा रहे हैं और घर से कम निकलने कह रहे हैं.
नवगछिया थानाध्यक्ष ने कहा
नवगछिया के प्रभारी थानाध्यक्ष हरिशंकर कश्यप ने कहा कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. ऐसा है तो जनप्रतिनिधियों और बुद्धिजीवियों की मदद से सबको कोरंटीन करवाने की व्यवस्था की जाएगी.