


नवगछिया : नवगछिया व्यवहार न्यायालय में 8 मार्च को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न मामलों का निष्पादन किया गया। इस दौरान बैंक के ऋण वसूली के 525 मामलों, बीएसएनएल के 8 मामलों, सुलहनीय मामलों के 213 मामलों और बिजली बिल के 114 मामलों का निपटारा किया गया।

इस विशेष अदालत के दौरान, बैंक के 12.97 करोड़ रुपये का समझौता हुआ, जबकि 2.15 करोड़ रुपये की ऋण वसूली की गई। बीएसएनएल के 7469 रुपये का समझौता हुआ, साथ ही 5795 रुपये की ऋण वसूली की गई।
नवगछिया व्यवहार न्यायालय में आयोजित इस राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायाधीशों और पैनल अधिवक्ताओं की मदद से कुल पांच बेंच बनाए गए थे, जिनमें से प्रत्येक बेंच पर विभिन्न प्रकार के मामलों का निष्पादन हुआ।

- बेंच नंबर 1: अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय नीतू कुमारी और पैनल अधिवक्ता रिता कुमारी ने मोटर एक्ट, सुलहनीय मामले और स्टेट बैंक के ऋण वसूली मामले निपटाए।
- बेंच नंबर 2: अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी तृतीय दीपक कुमार तृतीय और पैनल अधिवक्ता अमित कुमार यादव के द्वारा बिहार ग्रामीण बैंक के ऋण वसूली मामले और सुलहनीय अपराधिक मामलों का निष्पादन किया गया।
- बेंच नंबर 3: अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम महेश्वर नाथ पांडे और पैनल अधिवक्ता सुमित कुमार डिडवानिया ने इस कोर्ट के सुलहनीय अपराधिक मामलों, युकों बैंक और बिजली केस के मामलों का निपटारा किया।
- बेंच नंबर 4: अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी अभिषेक कुमार और पैनल अधिवक्ता कृष्ण कुमार आजाद ने बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, आईडीबीआई बैंक व अन्य मामलों का निष्पादन किया।
- बेंच नंबर 5: प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी सुगुफ्ता शाहीन और पैनल अधिवक्ता पूजा कुमारी ने पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, कैनरा बैंक सहित अन्य बैंकों के मामलों का निष्पादन किया।
इस आयोजन के दौरान लोगों को त्वरित न्याय मिलने का अवसर मिला, और अदालत ने मामलों के शीघ्र समाधान की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया। लोक अदालत की इस विशेष पहल से सामाजिक न्याय की दिशा में अहम कदम उठाए गए और अदालत की कार्यवाही में पारदर्शिता एवं तत्परता दिखाई गई।
