

भागलपुर में बर्ड फ्लू (H5N1) की पुष्टि, मुर्गियों को मारने की प्रक्रिया शुरू
प्रशासन ने चिकन खाने से परहेज करने और सतर्क रहने की दी सलाह
भागलपुर : अगर आप भी चिकन खाने के शौकीन हैं, तो सतर्क हो जाएं क्योंकि बिहार में बर्ड फ्लू (H5N1) का खतरा बढ़ गया है। भागलपुर जिले के बरारी स्थित कुक्कुट प्रक्षेत्र में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। इसके बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वहां के सभी मुर्गों को नष्ट करना शुरू कर दिया है। कुक्कुट प्रक्षेत्र को पूरी तरह से सील कर दिया गया है, और पटना से विशेषज्ञों की एक टीम ने घटनास्थल का दौरा किया।

इस मामले की शुरुआत तब हुई जब कुक्कुट प्रक्षेत्र में कुछ मुर्गियों की संदिग्ध मौत हुई। सैंपल जांच के लिए पटना और कोलकाता भेजे गए थे, और 8 मार्च को रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। इसके बाद प्रशासन ने कुक्कुट प्रक्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों के मुर्गों को नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी।
भागलपुर जिला प्रशासन ने सभी शहरवासियों से चिकन खाने से परहेज करने की अपील की है। वर्तमान में कुक्कुट प्रक्षेत्र में लगभग 4500 मुर्गे और मुर्गियां हैं। इसके अलावा, इलाके में बाहरी लोगों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है। जिला प्रशासन ने रैपिड रिस्पांस टीम का गठन कर बचाव कार्यों को तेज कर दिया है।

बर्ड फ्लू एक संक्रामक रोग है, जो मुर्गियों से इंसानों में भी फैल सकता है। चिकन खाने से यह वायरस इंसान को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे मौत का खतरा हो सकता है। बर्ड फ्लू के लक्षणों में तेज बुखार, जुकाम, नाक बहना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और चिकन खाने से बचने की लगातार सलाह दी है।
प्रशासन की ओर से प्रभावित इलाकों में बुखार सर्वेक्षण और एंटीवायरल दवाइयों का वितरण किया जा रहा है। कुक्कुट प्रक्षेत्र के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर शिवेंद्र चौधरी ने पुष्टि की कि बर्ड फ्लू की रिपोर्ट के आधार पर मुर्गियों को नष्ट करने का कार्य शुरू कर दिया गया है।

भागलपुर के जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी ने बताया कि सोमवार तक मुर्गियों को नष्ट करने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और यह कार्य तेजी से जारी है।