

भागलपुर की धरती तपस्वियों और मुनियों की रही है, शक्ति, युक्ति, भक्ति और मुक्ति से ही जीवन सफल होगा: श्री श्री रविशंकर
भागलपुर : आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर रविवार को सेंडिस कंपाउंड मैदान में आयोजित उज्जवल बिहार महासत्संग के अवसर पर भागलपुर पहुंचे। इस कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालु उन्हें सुनने और दर्शन करने के लिए पहुंचे थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुई। जैसे ही वे मंच पर पहुंचे, ‘गुरुदेव की जय जयकार’ के उद्घोष होने लगे। इस मौके पर श्रद्धालुओं को ध्यान योग कराया गया। साथ ही, सत्संग के माध्यम से श्रद्धालुओं में उत्साह भरते हुए उन्होंने सत्संग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी से खुश रहने के संकल्प के लिए मोबाइल की टॉर्च जलाकर हाथ हिलाने को कहा।

उन्होंने कहा, “भागलपुर का नाम मैंने काफी सुना है, लेकिन यह पहली बार है कि मैं यहां आया हूं। यहां आने की इच्छा काफी समय से थी। यहां की मिट्टी के लोग पूरी दुनिया में छा गए हैं और यहां के लोग मानवता को फैलाने में जुटे हुए हैं। बचपन में मैंने महर्षि मेंही से मुलाकात की थी। भागलपुर तपस्वी और मुनियों की भूमि है। विषम परिस्थितियों में घबराने की जरूरत नहीं है, प्रसन्न रहें, सब्र रखें, दिल खोलकर कीर्तन करें। दुनिया में किसी को भी गैर न समझें, ध्यान करना ही समस्याओं का समाधान है। प्राणायाम को जीवन में अपनाएं।”
इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन, मेयर डॉ. वसुंधरा लाल, जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी, वरीय पुलिस अधीक्षक हृदयकांत, डीडीसी प्रदीप कुमार, शरद सालारपुरिया, भाजपा नेता अरिजीत शाश्वत चौवे सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।