




नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड क्षेत्र में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया

पूर्व में भी विद्यालय में मध्यान्ह भोजन का थाली कुत्ता चाटने, विद्यालय कार्यालय गेट खुला छोड़ देकर चले जाने, विद्यालय के डेक्स ब्रांच को तोड़कर नल का निर्माण करवाने में कई तरह के लापरवाही का आ चुका है कारनामा
नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड के सबसे बड़े लापरवाही और सबसे बड़े आरोप प्रत्यारोप का विद्यालय बड़ी मकनपुर मध्य विद्यालय में सोमवार को हिंदी की परीक्षा के दौरान एक बड़ी लापरवाही सामने आई। यह घटना सोमवार को घटी, जब हिंदी की परीक्षा आयोजित होनी थी और सभी विद्यार्थी होली के बाद परीक्षा देने के लिए काफ़ी उत्सुक होकर तैयार होकर पहुंचे थे। विद्यार्थी प्रार्थना सभा के बाद कक्षा में प्रवेश कर चुके थे और सभी ने अपनी-अपनी सीटों पर बैठकर परीक्षा शुरू होने का इंतजार किया था।
लेकिन, जब विद्यार्थी परीक्षा शुरू करने के लिए प्रश्न पत्र और कॉपी प्राप्त करने के लिए शिक्षक के पास गए, तो उन्हें यह जानकारी मिली कि स्कूल में प्रश्न पत्र और कॉपी आई ही नहीं थी। यह बात सुनकर शिक्षक चौंक गए और उनके होश उड़ गए। बताया गया कि प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर शशिकांत सुमन ने यह बताया कि वह तो टोला सेवक से प्रश्न पत्र लाने के लिए कह चुके थे, लेकिन जब वह मंगलवार को गए, तो पता चला कि हिंदी का प्रश्न पत्र समय पर नहीं आया था। यह भी जानकारी मिली कि गुरुवार 13 मार्च को व्हाट्सएप के जरिए सूचना आई थी, लेकिन हेड मास्टर ने उसे देखा नहीं था और होली की छुट्टियों के कारण वह मामला अनदेखा रह गया।
इस लापरवाही के कारण कक्षा में बैठे विद्यार्थियों ने लगभग एक से सवा घंटे तक प्रश्न पत्र और कॉपी का इंतजार किया। इसके बाद, 11:15 बजे के आस-पास टोला सेवक द्वारा प्रश्न पत्र विद्यालय में लाया गया और परीक्षा शुरू हो पाई। इस दौरान, कुछ विद्यार्थियों ने कक्षा से बाहर आकर विरोध प्रदर्शन किया और हल्ला गुल्ला करना शुरू कर दिया। इसके बाद अभिभावकों को भी इस लापरवाही की जानकारी मिली, और कुछ अभिभावक विद्यालय के गेट पर पहुंचकर विरोध करने लगे।
विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष सुमित कुमार उर्फ अलख चौधरी ने बताया कि इस तरह की लापरवाही विद्यालय में आम हो चुकी है। डेढ़ घंटे तक बच्चे परीक्षा शुरू होने का इंतजार करते रहे, और इस देरी की वजह से परीक्षा का समय प्रभावित हुआ। उन्होंने बताया कि जब बच्चे शोरगुल करने लगे तो वह विद्यालय पहुंचे तो देखा कि विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं परेशान थे वही हेड मास्टर साहब और टोला शिक्षक एक दूसरे को देखने में थे उनका कहना था कि यह जिम्मेदारी आपकी है तो आपकी ।
वहीं प्राचार्य डॉ. शशिकांत सुमन ने इस संदर्भ में कहा कि उन्हें हमेशा प्रश्न पत्र की मांग के अनुरूप सामग्री नहीं मिल पाती है। अक्सर सभी विद्यालय द्वारा अपना प्राप्त करने के बाद जो कूड़ा करकट बचता है, वही उन्हें मिलता है। वहीं, प्रभारी प्राचार्य डॉ. शशिकांत सुमन ने बताया कि उन्हें जितने प्रश्न पत्र की आवश्यकता होती है, उतने नहीं मिलते, और वह व्यक्तिगत रूप से प्रश्न पत्र की फोटोकॉपी करवा कर विद्यार्थियों के बीच वितरित करते हैं।
वहीं संकुल संसाधन केंद्र एसबीसी उच्च विद्यालय लत्तीपाकर धरहरा गोपालपुर के प्राचार्य मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि उनके संकुल क्षेत्र के सभी विद्यालयों को प्रश्न पत्र समय पर मिला था, लेकिन बड़ी मकनपुर मध्य विद्यालय में ही यह समस्या आई। व्हाट्सएप के माध्यम से सभी को सूचित किया गया था, लेकिन समय पर
विद्यालय के प्राचार्य या जिम्मेदार शिक्षक नहीं पहुंचे जिसके कारण ही दिक्कत हुई है ।
सीआरसी के संयोजक उमेश कुमार सिंह ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी और बताया कि सभी विद्यालयों को व्हाट्सएप के माध्यम से सूचना दी गई थी। इसके बावजूद, बड़ी मकनपुर विद्यालय ने समय पर प्रश्न पत्र नहीं लिया, जिसके कारण परीक्षा शुरू होने में देरी हुई।
वहीं मामले को लेकर विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्य सह वार्ड सदस्य सुमित कुमार उर्फ अलख चौधरी, राजेश चौधरी, वार्ड पंच रंजीत कुमार,अमृत राज, छोटू यादव नेवी विद्यालय के इस घर लापरवाही का विरोध किया है और शिक्षा विभाग के पदाधिकारी से इस पर संज्ञान लेने की मांग की हैं ।
