राजेश भारती की कलम से
नारायणपुर अंचल परिसर में दलित पौनिया शोषण मुक्ति मोर्चा और विस्थापित संघर्ष मोर्चा नारायणपुर के संयुक्त तत्वाधान में सन 1976 में गंगा के कटाव से विस्थापित हुए लोगों ने पुनर्वास की मांग के लिए एक दिवसीय धरना दिया। इस धरना का नेतृत्व मोर्चा के भागलपुर जिला अध्यक्ष महेंद्र सिंह पर्चाधारी, मो शमशाद अली, गणेश जुल्म खिलाफी,जेपी दास,उमेश शर्मा ने संयुक्त रूप से किया।
धरना में विस्थापितों ने कहा कि 1976 से गंगा कटाव के बाद हम लोग भारत सरकार बिहार सरकार की जमीन पर या गंगा के बांध पर,14 नंबर सड़क किनारे जैसे-तैसे गुजर-बसर कर रहे हैं। लेकिन अभी तक पुनर्वास के लिए जमीन मुहैया नहीं कराया गया है। महेंद्र सिंह पर्चाधारी और मो शमशाद अली ने कहा कि जिन 80 लोगों को जमीन मुहैया कराया गया है वह जमीन गड्ढे में है जिसके कारण वहां घर बना पाना मुश्किल है।
प्रखंड के नारायणपुर, चकरामी,दुधेला, सिंहपुर पश्चिम,बलाहा,सतियारा में विस्थापित पुनर्वास की बाट जोह हो रहा है। धरना के बाद धरना का नेतृत्व कर रहे पदाधिकारियों के द्वारा अंचलाधिकारी अजय कुमार सरकार, प्रखंड विकास पदाधिकारी हरिमोहन कुमार को एक ज्ञापन सौंपा गया। नारायणपुर सीओ अजय कुमार सरकार ने कहा कि जमीन खोजने में आप लोग भी मदद कीजिए। पर्चा दिलाने में हर संभव प्रयास करूँगा। उन्होंने कहा तालाब, पोखर वाले जमीन पुनर्वास के लिए नहीं हो सकता है क्योंकि वहां सालों भर पानी रहता है। यदि कोई बास का जमीन है तो आप लोगों को जमीन मिलेगा।
प्रखंड विकास पदाधिकारी हरीमोहन कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री बास योजना के तहत जमीन खरीदने के लिए आपको साठ हजार की राशि मदद के लिये सरकार देगी। गड्ढेवाली जमीन को सरकारी योजना से भरवाया जाएगा। 245 ऐसे भूमिहीन व्यक्ति हैं जिनको प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है। लेकिन है भूमिहीनों होने के कारण घर नहीं बना पाया है। जमीन मुहैया होने पर योजना का लाभ मिलेगा। जमीन दिलाने के लिए सीओ से पत्राचार किया गया है।
धरना में अनिल दास, संजय कुमार सुमन, लालू दास, बमशंकर साह, दिनेश दास, पितांबर पासवान, उमेश शर्मा, वकील दास, मो जफर मानिक, चंद्र शर्मा आदि उपस्थित थे।