


भागलपुर। जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में गुरुवार को एक अहम समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें आईसीडीएस की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत भागलपुर जिले की उपलब्धि 129 प्रतिशत रही है। विगत कई महीनों से जिले की बिहार में प्रथम रैंकिंग बरकरार है। वर्तमान माह में कुल 1541 के लक्ष्य के विरुद्ध 460 पंजीकरण किए गए हैं, जो वर्ष 2025-26 के पहले माह की 30 प्रतिशत उपलब्धि है।

मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के अंतर्गत प्रति आंगनबाड़ी केंद्र तीन लाभुकों के लक्ष्य के अनुसार जिले को 9246 का लक्ष्य प्राप्त है, जिसमें अब तक 157 प्रतिशत पंजीकरण हो चुका है। इस योजना में भागलपुर बिहार में छठे स्थान पर है।
आंगनबाड़ी केंद्रों की आधारभूत सुविधाओं की समीक्षा के दौरान बताया गया कि जिले के 3082 केंद्रों में से 2961 में पेयजल की सुविधा है, बाकी केंद्रों पर कार्य प्रगति पर है। 2785 केंद्रों में शौचालय बन चुके हैं और शेष में निर्माण कार्य जारी है। 182 केंद्रों में बिजली कनेक्शन की प्रक्रिया चल रही है।

340 आंगनबाड़ी भवनों के लिए भूमि चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है, जिसमें से 160 मामलों में एनओसी प्राप्त हो चुकी है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि भवन निर्माण हेतु उच्च एवं मध्य विद्यालयों की जमीन का उपयोग करते हुए एनओसी लेकर शीघ्र निर्माण कार्य शुरू किया जाए।
मिशन 45 के अंतर्गत कुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने की दिशा में जिला प्रशासन ने महत्वपूर्ण पहल की है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जैसे ही कोई बच्चा कुपोषित चिन्हित हो, उसके माता-पिता की काउंसलिंग कर तत्काल कदम उठाए जाएं।
नारायणपुर और इस्माइलपुर बाल विकास परियोजना क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केंद्रों के निरीक्षण के शून्य प्रतिवेदन पर संबंधित पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

बैठक में पीएम जन मन योजना की भी समीक्षा की गई। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, सिविल सर्जन डॉ. अशोक प्रसाद, संयुक्त निदेशक जनसंपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी अनुपमा कुमारी सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे।