


भागलपुर। समीक्षा भवन में जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में भव्या पोर्टल, ओपीडी रजिस्ट्रेशन, टेली कंसल्टेशन, परिवार नियोजन, आशा कार्यकर्ताओं के कार्य और संसाधनों के उपयोग पर चर्चा की गई।
बैठक में बताया गया कि भव्या पोर्टल पर जिले की पंजीकरण उपलब्धि 98 प्रतिशत है, जिसमें अब तक कुल 58,515 प्रविष्टियां की गई हैं, जबकि ओपीडी रजिस्ट्रेशन की संख्या 62,651 रही है। रंगरा चौक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रविष्टि स्थिति नगण्य पाई गई, जिसके पीछे वाई-फाई खराब होने की बात सामने आई। इस पर जिलाधिकारी ने प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहायक का वेतन स्थगित करने का निर्देश दिया।

भागलपुर सदर, रंगरा चौक, सन्हौला और गोपालपुर के स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों की जांच अवधि भव्या पोर्टल पर निर्धारित अधिकतम 30 मिनट से अधिक पाई गई। इन केंद्रों में औसतन 54 से 71 मिनट तक की जांच अवधि पाई गई है। इस पर जिलाधिकारी ने जांच टीम गठित करने का निर्देश दिया।
टेली कंसल्टेशन के जरिए इलाज की स्थिति जिले में संतोषजनक पाई गई है। वहीं परिवार नियोजन कार्यक्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुल्तानगंज और शाहकुंड की स्थिति असंतोषजनक रही, जबकि अन्य केंद्रों की स्थिति संतोषजनक रही। आशा कार्यकर्ताओं के कार्यों की समीक्षा के लिए जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को उनके कार्यों की सूची उपलब्धियों सहित संग्रहित करने का निर्देश दिया।
गोराडीह और जगदीशपुर प्रखंड में आंतरिक संसाधन बढ़ाने के लिए प्राप्त आवंटन खर्च नहीं करने के कारण दोनों प्रखंडों की स्वास्थ्य टीम का वेतन स्थगित करने का निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिया।

प्रसव पूर्व जांच में जिले की उपलब्धि 106 प्रतिशत और परिवार नियोजन कार्यक्रम में 79 प्रतिशत पाई गई है। आशा कार्यकर्ता चयन के संबंध में बताया गया कि अब भागलपुर जिले का लक्ष्य बढ़ाकर 3191 कर दिया गया है, जबकि पहले 2435 था। इस प्रकार और 876 नई आशा कार्यकर्ताओं का चयन किया जाना है। इसके लिए सभी मुखिया को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, सिविल सर्जन डॉ. अशोक प्रसाद, संयुक्त निदेशक नागेंद्र कुमार गुप्ता सहित स्वास्थ्य विभाग के संबंधित पदाधिकारी एवं सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे।
