


भागलपुर के समीक्षा भवन में जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पदाधिकारी के समन्वय को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी विभागीय कार्यालय प्रधान को निर्देशित किया कि अगर उनके विभाग में अन्य विभागों से समन्वय का कोई मुद्दा है, तो उसे बताएं। साथ ही यह भी बताएं कि उस विभाग से कार्य करवाने को लेकर क्या प्रयास हुआ? कब कब पत्राचार किया गया? कब बैठक कार्रवाई की गई और संबंधित विभाग का रिस्पांस क्या था ? अद्यतन स्थिति क्या है? कितने दिन का समय दिया गया था? भू समाधान पोर्टल पर भूमि विवाद के मामलों की प्रविष्टि के मामले में थानों की शिथिलता को देखते हुए जिलाधिकारी ने सभी 39 थाना प्रभारी का वेतन स्थगित करने हेतु आदेश निर्गत करने को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग, बिहार सरकार द्वारा भी चिंता व्यक्त की गई है। इससे जिले की छवि खराब हो रही है।

सीसीए- 12 का प्रस्ताव भी थानों से नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि जिस विभाग का मैटर कोऑर्डिनेशन के मामले में पेंडिंग है, उनके अधिकारी छुट्टी पर नहीं जाएंगे। जिला स्तरीय पदाधिकारी अपने ग्राउंड लेवल के पदाधिकारियों की कार्यशैली को दुरुस्त करें। प्रखंडों में बैठक होती है कनीय अभियंता अनुपस्थित पाए जाते हैं। सुल्तानगंज, शाहकुंड, सन्हौला में बेल और फूल की खेती करवाने हेतु जिला कृषि पदाधिकारी भागलपुर को निर्देश दिए गए। इसके लिए विभाग से पत्राचार करने को कहा गया। बैठक में पीएचईडी स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन सहित कई विभागों के कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में उप विकास आयुक्त प्रदीप कुमार सिंह, अपर समाहर्ता दिनेश राम सहित सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
