


नवगछिया के बिहपुर के खादी भंडार परिसर में आयोजित एकदिवसीय उपवास कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने पहलगाम, कश्मीर में हुए आतंकी हमले में मृतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। कार्यक्रम में शोक व्यक्त करते हुए मृतकों को श्रद्धा-सुमन अर्पित किया गया।
वक्ताओं ने आतंक और नफ़रत के खिलाफ एकजुटता को समय की पहली प्राथमिकता बताया। उपवास पर बैठे राजद नेता गौतम कुमार प्रीतम ने कहा कि मृतक परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हैं। उन्होंने कहा कि यह हमला केवल 26 लोगों की नहीं, बल्कि मानवता की हत्या है। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर घृणित राजनीति करना बेहद शर्मनाक है। भारत की सुरक्षा के सवाल पर पक्ष-विपक्ष एक साथ हैं, लेकिन इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए देश के गृहमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि भारत में 90 प्रतिशत से अधिक हत्या और बलात्कार जाति देखकर किए जाते हैं, जिस पर सरकार खामोश है और विफल रही है।
जिला परिषद सदस्य मो. मोईन राईन और नसीब रविदास ने कहा कि वर्षों से भाजपा-आरएसएस ने देश में जो नफरत और द्वेष फैलाया है, उसका खामियाजा आज आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज समूचा भारत रो रहा है, लेकिन 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले की अब तक कोई रिपोर्ट मोदी सरकार द्वारा सार्वजनिक न करना कई सवाल खड़े करता है।

एकदिवसीय उपवास कार्यक्रम को राजेश पंडित, जावेद खान, राजद के नंदलाल मंडल, विभाष रविदास, रवीन्द्र कुमार सिंह, बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन के अनुपम आशीष, जयकिशोर शर्मा, चमनलाल सहनी, सामाजिक न्याय आंदोलन, बिहार के गौरव पासवान, शंकर सहनी, मो. हसबुल, मो. असलम अली, मो. इबरार, अंशुमन राज, अमिन कुमार, बीरेन्द्र महतो सहित कई अन्य नेताओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी संबोधित किया।
