


295 ग्राम संगठनों में महिला संवाद संपन्न, 65 हजार से अधिक महिलाएँ ले चुकी हैं हिस्सा
भागलपुर। पिछले तीन चार दिनों से बढ़ती तपिश के बावजूद महिला संवाद कार्यक्रमों में महिलाओं की उमड़ती भारी भीड़ और उत्साह के आगे अब मौसम भी मेहरबान होता दिख रहा है।
अपेक्षाकृत बदले मौसम के बीच रविवार को भागलपुर के विभिन्न प्रखंडों में 30 जीविका महिला ग्राम संगठनों में महिला संवाद का आयोजन किया गया। इसमें 7 हजार से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया। खास बात यह है कि गांव के विकास को लेकर महिलाओं को मंथन करते देख पुरुष वर्ग भी इसमें शरीक हो रहे हैं। महिला संवाद के माध्यम से हर दिन महिलाओं से हो रहा सार्थक संवाद से नई नीतियों का बीजारोपण करेगा। बिहार में प्रत्येक दिन तकरीबन ढाई से तीन लाख महिलाएँ संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लेकर महिला सशक्तिकरण, गाँव के विकास और नई नीतियों के बारे में मंथन कर रही हैं।

इस मंथन से नई नीतियों का निर्माण में मदद मिलने के साथ ही गांवों के विकास को लेकर उनकी परिकल्पना सामने आ रही है।भागलपुर जिले में 1820 जीविका महिला ग्राम संगठनों में महिला संवाद का आयोजन किया जाना है। इसमें से अब तक 290 ग्राम संगठनों में महिला संवाद का आयोजन संपन्न हो चुका है। संवाद में शामिल हो रही महिलाएँ अपनी निजी मांगों के साथ-साथ सामुदायिक विकास पर बल दे रही हैं। वे सामुदायिक विवाह भवन, सामुदायिक शौचालय, सामुदायिक पुस्तकालय, सामुदायिक अनाज भंडारण और कोल्ड स्टोरेज के निर्माण पर जोर दे रही हैं। दूसरी तरफ रोजगार के अवसरों के सृजन हेतु प्रशिक्षण, स्थानीय स्तर पर बाजार की उपलब्धता एवं सरकार से सहयोग की अपेक्षा रखती हैं। जीविका समूह के सहयोग से आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाने वाली महिलाएँ अब तमात क्षेत्रों में अपने पैर जमाना चाहती हैं। महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए वे कहती हैं कि बिहार में महिलाएँ पहले घर से भी बाहर कदम नहीं रखती थीं लेकिन महिलाएं अब समूह के माध्यम से संगठित हुई हैं और सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनकर समाज को नई दिशा दे रही हैं। महिला संवाद के आयोजन में जीविका महिला ग्राम संगठन स्तर पर गठित आयोजन समिति की उल्लेखनीय भूमिका है। इसमें ग्राम संगठन की अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष के अलावा सामाजिक कार्य समिति की सदस्य दीदियाँ शामिल होती हैं। इनके द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।

वहीं प्रत्येक ग्राम संगठन में विभिन्न विभागों में किसी अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है जबकि जीविका के सामुदायिक समन्वयक एवं क्षेत्रीय समन्वयक इसमें टीम लीडर की भूमिका निभाते हैं। प्रत्येक ग्राम संगठन में 2 घंटे तक चलने वाले इस कार्यक्रम में महिलाओं को विडियो फिल्म के माध्यम से सरकार के द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में अवगत कराया जाता है। वहीं तकरीबन पौने घंटे तक महिलाओं के साथ खुला संवाद किया जाता है, जिसमें महिलाएं अपने मन की आकांक्षाओं को साझा करती हैं। टीम लीडर के द्वारा महिला संवाद के दौरान महिलाओं से प्राप्त होने वाली आकांक्षाओं और मंतव्यों को मोबाइल एप के माध्यम से ऑनलाइन प्रविष्टि की जाती है।
