- टीका देने के बाद आधे घंटे तक चिकित्सकों की निगरानी रहेंगे लोग, फिर मिलेगी अस्पताल से छुट्टी
- वैक्सीनेशन सेंटर पर पेयजल, ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ-साथ सैनिटाइजर की भी होगी व्यवस्था
- 15 जनवरी को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में आ जाएगा वैक्सीन 16 से शुरू होगा वैक्सीनेशन
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नवगछिया प्रतिनिधि – नवगछिया अनुमंडल अस्पताल कोरोना वैक्सिनेशन की तैयारी को लेकर सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने नवगछिया अनुमंडल अस्पताल का नीतिक्षण किया. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 15 जनवरी को नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में वैक्सीन आ जाएगा और 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का काम शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन के लिए तीन कमरों को रिजर्व किया गया है. एक कमरे में लोग वैक्सीनेशन के लिये इंतजार करेंगे तो दूसरे कमरे में वैक्सीनेशन किया जाएगा और तीसरे कमरे में वैक्सीनेशन के बाद लोगों को आधे घंटे तक चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाएगा फिर अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी. सीएस डॉ विजय ने कहा कि वैसे तो कोरोना वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और इसका मामूली साइड इफेक्ट है जो नहीं के बराबर है.
फिर भी एहतियात के तौर पर वैक्सीनेशन सेंटर पर पेयजल, ऑक्सीजन सिलेंडर और सैनिटाइजर की व्यवस्था की जाएगी. नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में प्रस्तावित वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण करते हुए भागलपुर के सीएस ने अस्पताल उपाधीक्षक को ससमय साफ-सफाई ठीक तरह से करा लेने का निर्देश दिया. सीएस ने कहा कि हम लोग वैक्सीनेशन के लिए तैयार हैं और लगभग सभी प्रकार की तैयारी कर ली गई है. उन्होंने कहा कि कोरोना की लड़ाई में आखरी और विजय दिलवाने वाला कदम है इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी का परिचय देना चाहिए और जब तक वैक्सीनेशन ना हो जाए तब तक लोग मास्क पहने और सोशल डिस्टेंसिंग में भी रहें.
चार दिन के लिए क्यों बनाया पीएचसी प्रभारी
नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में प्रतिनियुक्त डॉक्टर वरुण को पीएचसी प्रभारी बनाए जाने के 4 दिन बाद ही उन्हें इस पद से मुक्त कर पुनः अस्पताल उपाधीक्षक को पीएचसी प्रभारी का प्रभार दे दिया गया था. आखिर डॉ वरुण कुमार को 4 दिनों के लिए पीएचसी प्रभारी क्यों बनाया गया, इस सवाल पर सीएस ने कहा कि कुछ तकनीकी समस्याएं थी जिसके कारण पुनः अस्पताल उपाधीक्षक को ही यह जिम्मेदारी दी गई. पूरे मामले पर विचार कर रहे हैं.