नवगछिया – रंगरा चौक प्रखंड के जहांगीरपुर वैसे गांव में विगत 4 दिनों से एक बार फिर कोसी नदी भीषण कटाव करने लगी है. पिछले 48 घंटे में कोसी नदी ने जौनिया से वैसी गांव तक करीब डेढ़ किलोमीटर के क्षेत्र में कहीं पर 3 फीट तो कहीं पर 2 फीट का कटान किया है. यहां पर कोसी नदी बड़ी तेजी से उपजाऊ जमीन को लील रही है तो दूसरी तरफ गांव की नदी से दूरी महज 100 मीटर रह गई है. ऐसी स्थिति में अगर कोसी तट पर बचाव कार्य शुरू नहीं किया गया तो आए दिन करीब 200 परिवार के सदस्य बेघर हो जाएंगे. समाजसेवी व ग्रामीण अवधेश यादव ने कहा कि पिछले एक वर्ष से कोसी की कुदृष्टि वैसे गांव पर है. महज 1 वर्ष में ही कोसी नदी में करीब 200 एकड़ उपजाऊ जमीन को अपने गर्त में समा लिया है. पिछले वर्ष भी बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक पदाधिकारियों को त्राहिमाम संदेश भेजा था, लेकिन किसी प्रकार का बचाव कार्य नहीं किया गया था. इलाके के बुद्धिजीवी लोगों का कहना है कि रंगरा प्रखंड में गंगा और कोसी कटाव में विस्थापित लोगों की संख्या 20 हजार के करीब है. जिनका पुनर्वास पिछले 15 सालों में सरकार नहीं कर पायी है.
ऐसी स्थिति में और लोगों का बेघर होना चिंता का विषय है. तटवर्ती इलाके में रहने वाले लोगों ने बताया कि आजकल उन्हें रातों को नींद नहीं आ रही है. कई ऐसे लोग हैं जिनके उपजाऊ जमीन कोसी में लगातार कट रही है. ऐसे लोगों पर रोजी रोटी की समस्या आ खड़ी हुई है. ग्रामीण अवधेश यादव, उत्तमलाल शर्मा, बिंदेश्वरी यादव, पूर्व सरपंच मो गफ्फार, फारुख आजम, मो बुल्लन, दामोदर प्रसाद यादव, महादेव हरिजन, वकील प्रसाद यादव, नरेश गुप्ता, उमेश भगत, दिनेश झा, पुलिस यादव, महेन्द्र हरिजन, सिकंदर रिषिदेव, भीखन ऋषि देव, नित्यानंद गुप्ता, दिनेश यादव, छोटन डोम, विलासदेव सिंह, अशोक यादव, मंटा साह, तारणी साह, बिंदेश्वरी यादव आदि कई ग्रामीणों ने प्रशासनिक पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से कटाव निरोधी कार्य शुरू करने की मांग की है.
कार्यपालक अभियंता ने कहा
जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता नवगछिया अनिल कुमार ने कहा कि जहांगीरपुर वैसी में स्थाई कटाव निरोधी कार्य करवाने के लिए विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है. लेकिन अभी तक विभाग द्वारा कार्य की स्वीकृति नहीं दी गई है. कार्य स्वीकृत होते ही उसे धरातल पर उतारने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.