राज्य में बढ़ते कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज के प्रबंधन की कवायद तेज हो गई है। मरीजों के लिए घट रहे अस्पताल को देखते हुए रेलवे ने बिहार को कुल 300 रेलवे कोच आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए आवंटित किए हैं। राज्य के 14 जंक्शन पर रेलवे आइसोलेशन वार्ड के लिए 20-20 कोच खड़े होंगे।
रेल मंत्रालय ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए कोच देना शुरू कर दिया है। इसके तहत मंत्रालय ने बिहार को फिलहाल तीन सौ रेलवे कोच आवंटित किए हैं। ये कोच राज्य के 14 जंक्शन पर खड़े किए जाएंगे और इन्हें आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया जाएगा। कोरोना मरीज को इसमें भर्ती करने के बाद इलाज किया जाएगा और ठीक होने के बाद वहीं से उन्हें डिस्चार्ज किया जाएगा।
इस 20 रेलवे कोच के प्रत्येक पांच जनरल कोच के बाद एक एसी कोच होगा। एसी कोच में चिकित्स व मेडिकल स्टाफ रहेंगे। ये मेडिकल स्टाफ भी मरीजों के इलाज के दौरान आइशोलेटेड होंगे, जिससे बाहर संक्रमण का खतरा न हो।
राज्य में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या व अस्पताल की कमी को देखते हुए भविष्य में रेलवे कोच की तैनाती और बढ़ायी जा सकती है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने कहा है कि इन रेलवे कोचों में ऑक्सीजन की व्यवस्था रेलवे की ओर से की गई है। रेलवे व प्रशासन के बीच समन्वय के लिए स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित जिलों के सिविल सर्जन को नोडल अधिकारी बनाया है।
इन जंक्शन पर लगेंगे 20 रेलवे कोच
मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, समस्तीपुर, सीवान, सहरसा, बरौनी, रक्सौल, भागलपुर, कटिहार, जयनगर, नरकटियागंज, छपरा, सोनपुर व पटना जंक्शन।