भागलपुर : गंगा नदी पर भागलपुर जिले के विक्रमशिला-कटरिया के बीच बनने वाले रेल सह सड़क पुल के निर्माण की कवायद अब तेज कर दी गई है। पुल की डिजाइन और प्राक्कलन तैयार कर लिया गया है। दिसंबर महीने में इसकी निविदा निकलेगी। इसके बाद निर्माण प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पुल और पहुंच पथ मिलाकर पुल की लंबाई 24 किमी होगी, जो देश का बड़ा पुल होगा। पूर्व मध्य रेल के अनुसार इस पुल का एक छोर बटेश्वर स्थान (कहलगांव) और दूसरा नवगछिया-कटिहार रेलखंड के कटरिया स्टेशन के पास मिलेगा।
निर्माण को लेकर जून में ही पथ निर्माण विभाग के सहायक मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने रेलवे बोर्ड के मेंबर्स इंजीनियर को लेटर भी भेजा है। रेल मंत्रालय इस पुल को पीपीपी मोड बनाएगी। दरअसल, गंगा पुल पर दोनों तरफ से बनने वाले इस पुल की स्वीकृति 2016-17 की रेल बजट में मिली थी, लेकिन निर्माण की गति आगे नहीं बढ़ सकी। पर, अब इस पुल के निर्माण प्रक्रिया में तेजी आ गई है। सर्वे का काम पूरा हो गया है। पुल के निर्माण पर दो हजार करोड़ खर्च होंगे। गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे का यह अहम प्रोजेक्ट है। इन्होंने ही इस पुल का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड में उठाया था। इसके बाद इसकी स्वीकृति मिली थी। इस पुल के बनने से कई जिलों के लोगों को फायदा होगा।
भागलपुर का कोसी और सीमांचल का सीधा जुड़ाव
इस पुल के बन जाने से भागलपुर का सीधा कोसी और सीमांचल से रेल संपर्क जुड़ जाएगा। अभी नवगछिया जाने के लिए सड़क का सहारा लेना पड़ता है। पुल बनने से न केवल ये दोनों समनांतर रेल लाइन एक दूसरे से जुड़ेंगी, बल्कि निर्माणाधीन पीरपैंती-जसीडीह रेलखंड के जरिए आसनसोल-किउल रेलखंड से भी सीधा जुड़ाव हो जाएगा। नवगछिया-कटिहार लाइन, भागलपुर से हावड़ा, हंसडीहा की तरफ भागलपुर-दुमका रेललाइन, मोहनपुर के पास देवघर-दुमका लाइन में मिलेगी।
बढ़ जाएगी कनेक्टिविटी, बड़ा फायदा होगा
गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि पुल बनने से पीरपैंती-जसीडीह रेल लाइन की कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी। पांच रेल लाइनों को यह पुल जोड़ेगा। उत्तर में कटरिया और नवगछिया और दक्षिण दिशा में विक्रमशिला और शिवनारायणपुर स्टेशन की तरफ लाइन जुड़ेगी। दिसंबर में इसकी निविदा निकलेगी।