नवगछिया – नमामि गंगे पतियोजन के तहत नवगछिया में जून से वाटर सीवरेज प्लांट काम करने लगेगा. संबंधित विभाग द्वारा दावा किया गया है कि लगभग 75 फीसदी कार्य पूरा कर लिया गया है. बस रेल लाइन के नीचे से फाइप प्लांट तक लाया जाना है इसके बाद यह सीवरेज प्लांट काम करने लगेगा. जानकारी दी गयी है कि रेलवे से एनओसी मांग गया है. स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
मालूम हो कि नवगछिया कचहरी परिसर में सीवरेज प्लांट बनाया गया है. इस प्लांट का काम यह होगा कि नवगछिया शहर के वैसे नाले जिनका पानी कोसी नदी में गिरता है, उस नाले के पानी को पुनः शुद्ध करके उपयोग में लाया जाएगा. इसके लिये विभिन्न जगहों पर छः पम्पिंग स्टेशन बनाये गये हैं.
कार्य वर्ष 2018 में प्रारंभ किया गया था और को पूर्ण किये जाने की तिथि जून 2021 है. सीवरेज की क्षमता 9 एमएलडी है तो यह परियोजना वर्ष 2035 तक के लिये है. कार्य की कुल लागत 61.89 करोड़ है. कार्य तोशिबा वाटर सॉल्यूशन प्राइवेट लि. द्वारा कराया जा रहा है जबकि कार्य नगर विकास और आवास विभाग के अंतर्गत है.
जल का स्त्रोत होगा संरक्षित
कहते है पदाधिकारी
सीवरेज प्लांट से नवगछिया नगर को बड़ा फायदा मिलेगा. यह सीधे तौर पर नवगछिया के जलाशयों को संरक्षित करेगा. मालूम हो नवगछिया नगर पंचायत से भारी मात्रा में दुषित जल खिरयन नदी और अन्य जलाशयों में गिराया जाता है. जिससे जलाशय का पानी काला पड़ता जा रहा है और यह जानवरों के उपयोग के लायक भी नहीं रह गया है. दूसरी तरह नाले का पानी नदी में गिराये जाने से जलाशयों के अस्तित्व पर भी संतट खड़ा हो गया है.
नगर विकास एवं आवास विभाग के कार्यपालक अभियंता कमल किशोर प्रसाद ने कहा कि 75 फीसदी कार्य पूरा कर लिया गया है. रेलवे से एनओसी मंगा गया है. एनओसी मिलते ही वे लोग उक्त सीवरेज प्लांट को चालू करने की स्थिति में आ जाएंगे.