नवगछिया – बिहपुर के बभनगामा गांव में सोमवार को अवैध आरा मिल को जब्त करने गए वन विभाग और बिहपुर पुलिस पर स्थानीय लोगों ने जम कर पथराव किया. इस दौरान कई पदाधिकारियों के साथ धक्का मुक्की की गयी और चार वाहनों के शीशे भी उपद्रवियों ने तोड़ डाले. आरा मिल समर्थकों के तेवर को देख कई पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने भाग कर अपनी जान बचायी है.
घटना में बिहपुर सर्किल इंस्पेक्टर अमर विश्वास के चालक हवलदार रामनरेश पांडे और जेसीबी चालक विपिन कुमार घायल हो गए हैं. जबकि कई पुलिस पदाधिकारी और वन्य कर्मी आंशिक रूप से घायल हो गए हैं. घटना की सूचना मिलते ही नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज के निर्देश पर नवगछिया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार बड़ी संख्या में पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया.
पुलिस ने मौके से ही एक आरा मिल संचालक अधिक लाल सिंह के पोते राजेश सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. बभनगामा के दोनों आरा मिल संचालकों और उपद्रव करने वाले उनके समर्थकों के विरुद्ध बिहपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया देर शाम तक शुरू कर दी गई थी. जानकारी मिली है कि पिछले दिनों वैधानिक रूप से आरा मिल चलाने वाले एक संगठन ने नवगछिया वन विभाग के पदाधिकारियों को सूचना दी थी कि अनुमंडल में करीब 18 आरा मिल अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है. इसी शिकायत वन विभाग की टीम ने अवैध आरा मिलों को जब करने की कार्रवाई शुरू की थी.
सोमवार सुबह वन विभाग के पदाधिकारी और कर्मियों के साथ जयपुर पुलिस बभनगामा बाजार स्थित दोनों आरा मिलों को जब्त करने पहुंचे थे. अमरपुर निवासी रमणी सनगही के आरा मिल को पदाधिकारियों और वन्य कर्मियों ने शांतिपूर्वक जब्त भी कर लिया था. इसके बाद वन विभाग की टीम ने बभनगामा निवासी अधिक लाल सिंह के आरा की ओर रुख किया. स्थानीय लोगों ने सूचना देते हुए बताया कि अधिक लाल सिंह और उनके समर्थकों को आरा मिल जब्त किए जाने से कोई आपत्ति नहीं थी.
लेकिन आरा मेल जब्त किए जाने के क्रम में आरा मिल संचालन के लिए ही बनाए गए खपरैल का एक अस्थाई मकान क्षतिग्रस्त होने लगा. अधिक सिंह के परिजनों और उसके समर्थकों ने इसी बात का विरोध किया. देखते ही देखते ही स्थिति तू तू में में बदल गई और आरा मिल के समर्थक आक्रोशित होकर पत्थरबाजी करने लगे.
इस दौरान जो भी पदाधिकारी या पुलिसकर्मी सामने आए उन्हें आर मिल समर्थकों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. फिर उपद्रवियों ने खोज खोज कर पुलिस पदाधिकारियों के वाहनों को क्षतिग्रस्त करने लगे. कई पदाधिकारियों के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया. कुछ देर बाद ही मौके पर दल बल के साथ नवगछिया के एसडीपीओ दिलीप कुमार मौके पर पहुंचे तो सभी उपद्रवी भाग खड़े हुए.
इसके बाद पुलिस ने आगे की कार्रवाई की और आराम मिल के लिए बनाए गए खपरैल के अस्थाई भवन को भी पूरी तरह से तोड़ दिया. इसके बाद घंटों तक पुलिस मौके पर ही कैंप करती रही. मामले की बाबत बिहपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. बात सामने आई है कि बभनगामा बाजार में वर्षों से दोनों आरा मिल का संचालन किया जा रहा था.
कहते हैं डीएफओ
नवगछिया के डीएफओ भरत टोलियां ने कहा कि आरा मिल जब्त करने के दौरान आरा मिल समर्थकों ने पथराव किया, गाड़ियों के शीशे तोड़ डाले, पदाधिकारियों के साथ अभद्र व्यवहार और धक्का-मुक्की भी की है. घटना में 2 लोग घायल हो गए हैं. विभागीय स्तर से कार्यवाही की जा रही है तो दूसरी तरफ मामले की प्राथमिकी भी दर्ज कराई जाएगी.
नवगछिया के एसडीपीओ ने कहा
नवगछिया के एसडीपीओ दिलीप कुमार ने कहा कि समय रहते इस स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है. पुलिस मामले की छानबीन शुरू कर चुकी है. पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि किन परिस्थितियों में इस तरह की स्थिति उत्पन्न हुई और किन लोगों ने गलती की है. जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.