बिहपुर – बिहपुर प्रखंड के बभनगामा गांव में अवैध आरा मिल जब्त करने गए वन विभाग के कर्मी और पुलिस पर किये गए पथराव और सरकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त करने मामले में वनपाल प्रमोद कुमार सिंह ने कुल 50 लोगों को नामजद करते हुए बिहपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. दर्ज प्राथमिकी में बभनगामा निवासी शिवनंदन सिंह, प्रकाश सिंह, अरविंद सिंह, रविन सिंह, बुलटुस कुमार, राजेश कुमार, अमर कुमार, खुशबू कुमारी, शिवनंदन सिंह की पत्नी,
बुलटुस सिंह की पत्नी, निलेश कुमार, रुपेश कुमार, कन्हैया कुमार, प्रकाश सिंह की पत्नी, गुलशन कुमार, गौरव कुमार, ब्यूटी कुमारी, प्रिंस कुमार, हिमांशु कुमार, पियूष कुमार, अरविंद सिंह की पत्नी, रविन सिंह की पत्नी, गोलू कुमार, राजनीति सिंह, गुलशन साह, राइट सिंह, सुमित सिंह, मंचन कुमार, फुचो सिंह, राहुल कुमार सिंह, रौशन सिंह, रोहित सिंह, जुगेश सिंह, राजीव सिंह, चंदन सिंह, मूलो सिंह, निक्की सिंह, प्रीतम सिंह,उत्तम सिंह, ज्योति सिंह, धारो सिंह, पप्पू सिंह कुंदन सिंह, छोटू सिंह, रमणी चौधरी, सत्यम कुमार, शिवम कुमार, छोटू चौधरी एवं चीकू चौधरी के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है.
वनपाल ने प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कहा कि सोमवार को वन विभाग के अधिकारियों और स्थानीय पुलिस बलों के साथ वे लोग दो अवैध आरा मिल पर कार्रवाई करने गए थे. एक आरा मिल के संचालक अमरपुर निवासी रमणी चौधरी एवं दूसरे आरा मिल के संचालक भाइयों बभनगामा निवासी प्रकाश सिंह, शिवनंदन सिंह, रबिन सिंह एवं अरविंद सिंह से संबंधित कागजात की मांग की. लेकिन दोनों आरा मिल संचालकों द्वारा किसी प्रकार का कागजात नहीं दिखाया.
कागजात नहीं दिखाने पर दोनों आरा मिलों को जब्त करने की कार्रवाई शुरू की गयी. जब्ती की कार्रवाई से दोनों आरा मिल के संचालकों ने सैकड़ों स्थानीय ग्रामीणों, महिलाएं एवं परिवार के सदस्यों की बुलाकर किसी बूढ़े की मशीन के अंदर दबने की अफवाह फैलाकर वन कर्मी की छापामारी दल के सदस्य एवं स्थानीय पुलिस पर अचानक ईट, पत्थर, लाठी, डंडा अन्य हथियारों से हमला कर दिया. अचानक हुए इस हमले से छापामारी दलों समेत स्थानीय पुलिस अपनी- अपनी जान बचाने के लिए इधर- उधर भाग कर अपनी जान बचाई.
इस हमलों में कई छापेमारी दल के सदस्य एवं स्थानीय पुलिसकर्मी घायल हुए थे. हमलावरों ने छापेमारी दल के भारे पर लाए गए जेसीबी की भी छतिग्रस्त कर दिया गया और जेसीबी के चालक प्रतापनगर कदवा निवासी विपिन कुमार राय को भी मारपीट कर घायल कर दिया है. उपद्रवियों ने स्थानीय थाना के चार सरकारी वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया था. मालूम को कि इस मामले में एक आरोपी राजेश कुमार को पुलिस ने मौके से ही गिरफ्तार कर लिया था. बिहपुर थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि नामजद सभी आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.
जो घटनास्थल पर थे भी नहीं उनका नाम प्राथमिकी में शामिल
अवैध आरा मिल जब्त करने गए वन विभाग के कर्मियों और पुलिसकर्मियों पर हुए पथराव की घटना के बाद दर्ज की गई प्राथमिकी में कई ऐसे लोगों का भी नाम शामिल कर दिया गया है जो घटनास्थल पर मौजूद भी नहीं थे. तो दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोगों का भी नाम था जो घटना के बाद स्थल पर पहुंचे थे और लोगों को समझा बुझा रहे थे. गांव के कई बुद्धिजीवी लोगों ने बताया कि पंचायत चुनाव को लेकर इन दिनों ग्रामीण राजनीति परवान पर है.
कुछ ग्रामीण लोगों ने ही पुलिस पदाधिकारियों और वन विभाग के पदाधिकारियों को भ्रामक जानकारी देकर मौके से अनुपस्थित लोगों का नाम भी प्राथमिकी में शामिल करवा दिया गया. बभनगामा निवासी कुंदन सिंह ने कहा कि मामले में जो भी दोषी है पुलिस उन पर कार्यवाही जरूर करें लेकिन जिन लोगों को इस मामले से कोई लेना देना नहीं है उन लोगों को बेवजह कानूनी पचड़े में घसीटा जाय.
कुंदन सिंह ने वरीय पुलिस पदाधिकारियों से निष्पक्ष जांच करने की मांग करते हुए एफआईआर में शामिल किए गए निर्दोष व्यक्ति को मुक्त करने की मांग की है और जब तक मामले की निष्पक्ष जांच ना हो जाए तब तक गिरफ्तारी पर भी रोक लगाने की मांग की गई है.