रंगरा – रंगरा थाना क्षेत्र के मंदरौनी शांति विहार से 15 दिन पहले रहस्यमय तरीके से लापता हुए विकास कुमार का कोई अता-पता नहीं चल पाया है. रोज विकास की बूढ़ी मां कोसी किनारे जाकर सूनी आंखों से अपने पुत्र की तलाश करती है और कोसी मैया से विकास के सही सलामत आ जाने की मनोकामना भी करती है. रहस्यमय परिस्थिति में विकास के लापता हो जाने के 15 दिन बाद पुलिस द्वारा किए गए कार्य से परिजन संतुष्ट नहीं है.
परिजनों ने कहा कि पुलिस ने पिछले दिनों गोताखोरों की मदद से कोसी नदी में विकास की खोजबीन की थी. लेकिन गोताखोर नदी के तट पर ही खोजबीन कर वापस लौट गए. परिजनों सहित आसपास के ग्रामीणों को शक है कि विकास की हत्या कर उसके शव को कोसी में बहा दिया गया है. हालांकि परिजन इस तरह की बात शंका और आशंका के ही आधार पर बोल रहे हैं. लेकिन विकास के मोबाइल का अंतिम लोकेशन मंदरौनी कोसी तट स्थित शिव मंदिर के पास का मिलना निश्चित रूप से किसी अनहोनी की ओर इशारा कर रहा है.
यह है विकास के लापता होने की कहानी
विकास अपने चार भाइयों में सबसे छोटा है. घर पर ही रह कर विकास अपने बूढ़े माता पिता गायत्री देवी और देवेन्द्र सिंह की देखभाल करता था और खेती किसानी भी करता था. विकास की मां गायत्री देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि वृद्धि होने की वजह से वे लोग खाना पीना बनाने में भी सक्षम नहीं है. ऐसी स्थिति में वे लोग विकास और एक पोते के साथ मंदरौनी शांतिविहार में रहते थे.
7 मार्च को सामने विकास ने खाना बनाया और उन लोगों को चाय बनाकर भी पिलाया. विकास की मां कहती है कि 7 मार्च की शाम में विकास का चेहरा कुछ मायूस दिख रहा था. वह अंदर ही अंदर कुछ सोच रहा था. अपना काम समाप्त करने के बाद विकास में अपने माता पिता से कहा कि वह चौक घूमने जा रहा है. इसके बाद विकास करीब सात बजे शाम को मंदरौनी चौक पहुंच जाता है. चौक पर विकास को उसका भतीजा नितिन मिलता है.
विकास नितिन को एक शीतल पेय की बोतल खरीद कर देता है और कहता है कि तुम घर जाओ और मैं आ रहा हूं. नितिन शीतल पेय की बोतल को लेकर घर आ जाता है लेकिन विकास फिर कभी अपने घर नहीं आता है. एनएच 31 मंदरौनी चौक के दुकानदारों का कहना है कि 7:00 बजे शाम को विकास ने एक वाहन को इशारा किया और उसी वाहन पर बैठकर रंगरा की ओर रवाना हो गया. इसके बाद विकास कहां गया, विकास का क्या हुआ, किसी को कुछ भी पता नहीं.
ग्रामीण स्तर से जानकारी मिली कि विकास का अंतिम लोकेशन मंदरौनी गांव के कोसी तट स्थित शिव मंदिर का मिला है. इसी बात से परिजन बेचैन है. परिजनों का कहना है कि जब चौक के दुकानदारों ने विकास को अंतिम बार चौक पर देखा तो विकास के मोबाइल का लोकेशन शिव मंदिर कैसे आ रहा है. जानकार कह रहे हैं कि पूरा मामला किसी पर ए वारदात की ओर इशारा कर रहा है.
पैसे के लोभ में हत्या कर दिए जाने की आशंका
परिजनों ने बताया कि विकास के सेवानिवृत्त पिता देवेंद्र सिंह ने पिछले दिनों ₹300000 बैंक से ऋण लिया था. कुल रकम में से ₹50000 विकास के पास ही था. इस रकम का भी कोई अता पता नहीं चल पाया है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि इसी रकम के कारण अपराधियों ने विकास को टारगेट किया होगा. बहरहाल रंगरा पुलिस मामले में सघन छानबीन का दावा कर रही है.
नवगछिया के एसपी ने कहा
नवगछिया के एसपी सुशांत कुमार सरोज ने कहा कि मामले की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. मोबाइल लोकेशन के आधार पर छानबीन की जा रही है. लापता युवक के कुछ मित्रों से भी पूछताछ की गई है. पुलिस हर दृष्टिकोण से छानबीन कर रही है. साथ ही युवक की सकुशल बरामदगी हो इसके लिए पुलिस पुरजोर प्रयास कर रही है.