भागलपुर: कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में अगस्त-सितंबर में कोई भी परीक्षा संभव नहीं है। छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग के गाइड के अनुसार स्नातक सहित अन्य परीक्षाओं को संचालित करने की उम्मीद कहीं से नहीं दिख रही है। विवि के परीक्षा समन्वयक सह विज्ञान संकाय के डीन प्रो. अशोक ठाकुर ने कहा कि विश्वविद्याल अनुदान आयोग अगस्त-सितंबर में परीक्षा कराने की तैयारी में है। पर यूजीसी का निर्देश सीधे विवि पर लागू नहीं होता है। राजभवन के निर्देश पर विवि अमल करती है। परीक्षा समन्वयक ने कहा कि विवि में जुलाई से ही स्नातक सहित अन्य परीक्षाओं को संचालित करने की तैयारियां पूरी हो चुकी थी। लॉकडाउन समाप्त होते ही परीक्षा शुरू होनी थी। इसके अलावा सत्र 2018-21 के पार्ट टू व सत्र 2019-22 के पार्ट वन की परीक्षा लेने की योजना पर काम किया जा रहा था पर कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण राज्य सरकार ने छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 31 जुलाई तक विवि को बंद करा दिया है। अभी आगे और क्या होगा इस संबंध में कुछ भी कहना संभव नहीं है।
कोरोना के साथ बाढ़ की स्थिति भी गंभीर
परीक्षा समन्वयक ने कहा जिले में बाढ़ की स्थित भी धीरे-धीरे भयावह हो रही है। जलस्तर चेतावनी स्तर को पार करने वाला है। नवगछिया सहित सुल्तानगंज से लेकर पीरपैंती तक लोग बाढ़ से प्रभावित होने लगे हैं ऐसे में भी विवि में कोई भी परीक्षा कराना कहीं से संभव नहीं दिख रही है।
विगत वर्ष सितंबर में बाढ़ के कारण स्थगित हुई थी परीक्षा
विगत वर्ष भी सितंबर में बाढ़ के कारण विवि में विविध परीक्षाओं को स्थगित कर देना पड़ा था। विवि प्रागंण से लेकर लालबाग प्रोफेसर कॉलोनी तक बाढ़ का पानी घूस आने से छात्रावास तक बंद कर देने की नौबत आ गई थी।
शारीरिक दूरी का पालन कर परीक्षा लेना भी टेढ़ी खीर
परीक्षा समन्वयक ने कहा कि स्थिति सामान्य होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के गाइड लाइंस के अनुसार शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए विवि में 60 हजार छात्र-छात्राओं का परीक्षा कराना भी टेढ़ी खीर होगा। जगह की कमी के कारण जो परीक्षाएं 10 दिनों में संपन्न हो जाती थी वह महीनों चलेगा।