रंगरा – रंगरा सहायक थाना क्षेत्र के भवानीपुर निवासी पूर्व फौजी अजय यादव हत्याकांड मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपियों गांव के ही धनंजय यादव और मिथुन यादव उर्फ मिथिलेश कुमार उर्फ मिथिला यादव को बुधवार को दोपहर 2:00 बजे कटरिया रेलवे स्टेशन से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. देर शाम दोनों गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस अभिरक्षा में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है जहां से उसे नवगछिया उपकारा भेजा गया है. मालूम हो कि घटना में दोनों की संलिप्तता मुख्य भूमिका में होने की बात मृतक के परिजनों ने कही थी.
आरोप था कि पंचायती के दौरान पूर्व फौजी को धनंजय यादव में ही गोली मारी थी और इसके बाद जब पूर्व फौजी के परिजन धनंजय को पकड़ना चाह रहे थे तो मिथुन कुमार उर्फ मिथिलेश यादव उर्फ मिथिला यादव ने राइफल से फायरिंग शुरू कर दी थी और इसके बाद सभी अपराधी मौके से भाग गए थे. मालूम हो कि पूर्व फौजी अजय यादव की हत्या 8 अप्रैल को भवानीपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित उसके अर्ध निर्मित ढाबे पर अपराधियों ने कर दी थी. घटना का कारण अजय यादव और धनंजय यादव के बीच 10 कट्ठा जमीन का विवाद बताया गया था.
पुलिस स्तर से जानकारी दी गई है कि गुप्त सूचना मिली थी कि कटरिया स्टेशन पर धनंजय और मिथिलेश यादव गुपचुप तरीके से चहल कदमी कर रहा है. तुरंत नवगछिया एसपी सुशांत कुमार सरोज के निर्देश पर नवगछिया के एसडीपीओ दिलीप कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया जिसमें रंगरा के थानाध्यक्ष महताब खान मुख्य भूमिका में थे और छापेमारी अभियान में अन्य पुलिस बल भी शामिल थे. पुलिस ने सीधे रास्ते के अलावा दूसरे रास्ते का प्रयोग कर पहले आरोपियों को दोनों तरफ से घेर लिया.
इसके बाद जब पुलिस ने दोनों तरफ से दबिश दी तो अपराधियों के पास गिरफ्तार होने के सिवा कोई दूसरा चारा ना था और दोनों आसानी से पुलिस के हत्थे चढ़ गए. मालूम हो कि पूर्व फौजी अजय यादव हत्याकांड में उसके छोटे भाई विजय यादव के लिखित बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी. अभी भी इस हत्याकांड में गोपी सरदार उर्फ गोपाल यादव, वशिष्ठ यादव और बुग्गी यादव फरार चल रहा है. रंगरा के थानाध्यक्ष माहताब खान ने कहा कि जल्द ही मामले में सभी फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.