जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में हर दिन इजाफा हो रहा है। मरीज बढऩे के साथ ही जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल की व्यवस्था चौपट हो गई है। यहां न तो सफाई की पर्याप्त व्यवस्था है और न ही दवाइयों की।
चिकित्सक भी मरीजों का हालचाल नहीं ले रहे हैं। अस्पताल के कोरोना वार्ड में मरीजों का इलाज जूनियर डॉक्टरों के भरोसे चल रहा है। इससे जूनियर डॉक्टर भी सहमे हुए हैं। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या और इलाज नहीं होने की जानकारी के बाद राज्य सरकार प्रशिक्षु आइएएस दीपक कुमार मिश्रा को अस्पताल की निगरानी में लगाया गया है। कोरोना मामले में फजीहत झेल रही राज्य सरकार ने दो और अधिकारियों को कोरोना से संबंधित देखरेख के लिए भेजा है।
दूर से फेंक कर दिया जा रहा भोजन
जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में अभी तक 20 के आसपास कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद वरीय चिकित्सक मरीजों की ओर झांक तक नहीं रहे हैं। जूनियर डॉक्टरों की तीनों पालियों में ड्यूटी लगाई गई है। ड्यूटी नहीं करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी जा रही है। कोरोना मरीज के आने के साथ ही बिना साफ-सफाई के ही कमरे में डाल दिया जाता है और ताला लगा दिया जाता है। थाली में भोजन देकर फेंक दिया जाता है। वार्ड में न तो सफाई की पर्याप्त व्यवस्था है और न ही मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार किया जा रहा है।
सैंपल देने के लिए हर दिन लौट रहे सैकड़ों लोग
कोरोना जांच का सैंपल देने के लिए हर दिन सैकड़ों लोग मायागंज और सदर अस्पताल से लौट रहे हैं। यहां जूनियर व सीनियर चिकित्सकों में भी ड्यूटी को लेकर विवाद बढ़ रहा है। जूनियर डॉक्टर चाहते हैं कि कोरोना वार्ड में सीनियर चिकित्सकों की भी सेवा ली जाए। कोरोना संक्रमित मरीजों की अब परेशानी बढ़ती जा रही है। जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड व आईसीयू भी कोरोना संक्रमित मरीजों से भर चुका है। यहां की व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं।
नहीं बन सका ड्यूटी चार्ट
अधीक्षक डॉ. अशोक भगत ड्यूटी चार्ट पर कोई आदेश निकालते लेकिन वो भी कोरोना संक्रमित पाए गए। जिसके कारण ड्यूटी चार्ट भी नहीं बन पायी। आइसोलेशन वार्ड व आईसीयू में अधिकांश बेड भर चुके हैं। आइसोलेशन वार्ड में 74 बेड हैं जिनमें कुछ महिलाओं का बेड छोड़कर सभी में मरीज हैं। आइसीयू के 36 बेड पर अभी कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती है। दूसरी ओर कोविड सेंटर में 159 मरीज भर्ती है। अस्पताल में लगातार मरीज भर्ती हो रहे हैं।