भागलपुर – राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य भाजयुमो सह पूर्व प्रत्याशी भागलपुर विधानसभा अर्जित शाश्वत चौबे ने भागलपुर में प्रेशर स्विंग ऐडजारप्शन आक्सिजन प्लांट अधिस्थापित करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन एवं केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे को ज्ञापन दिया है साथ ही केंद्र द्वारा बिहार में 2 आक्सिजन प्लांट में से एक प्लांट भागलपुर में अधिस्थापित करवाने का आग्रह किया है। अर्जित ने कहा कि उन्होंने अपने विशेष प्रयास से उक्त विषय पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे जी से भी पत्राचार कर भागलपुर में आक्सिजन प्लांट, आक्सिजन कंसंट्रेटर मशीन एवं अतिरिक्त वेंटीलेटर मशीन लगाने का आग्रह पूर्व में किया है जिसपर उन्होंने सकारात्मक पहल करने की बात कही है। अर्जित ने कहा है कि सर्वविदित है कि भागलपुर, पटना सहित सम्पूर्ण बिहार और भारत में कोरोना के नए वेव के कारण लाखों लोग महामारी के शिकार हो रहें हैं। सम्पूर्ण भागलपुर एवं बिहार में आक्सीजन की भारी कमी हो गयी है जिसके कारण सरकारी एवं गैर सरकारी अस्पतालों में मरीजों की जान जा रही है। अभी जो आक्सिजन प्लांट बिहार में हैं वो वर्तमान परिपेक्ष्य में मरीजों को व्यवस्था पहुंचाने में सक्षम नही हैं। आक्सिजन के साथ साथ वेंटिलेटर का भी भारी आभाव है जिसे पूरा करने से कई जाने बचाई जा सकेंगी। भागलपुर बिहार को झारखंड और बंगाल से जोड़ता है वही असम का भी गेटवे है। सीमांचल और कोसी क्षेत्र उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार व बगल के राज्यों के कुल 20 जिलों के लोग जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, मायागंज में इलाज कराने आतें हैं जो कि एक उत्कृष्ट संस्थान है। व्यवस्थाओं के आभाव में सही प्रकार की चिकित्सा का आभाव हो रहा है। अर्जित ने केंद्रीय मंत्री द्वेय से निवेदन किया है कि जैसे उन्होंने पीएम केयर से अपने मंत्रालय द्वारा 201 करोड़ रुपये में 162 प्रेशर स्विंग ऐडजारप्शन आक्सिजन प्लांट लगाने की पहल की है एवं 33 अस्पतालों में यह प्लांट लग गया है उसके लिए भागलपुर, बिहार सहित सभी आम जनों की तरफ से आभार व्यक्त करता हूँ। स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा इस महीने के अंत तक मंत्री द्वेय के विशेष प्रयास से बिहार में भी पटना में 2 प्लांट लग रहा है एवं बचे हुए 129 प्लांट में से भागलपुर में भी एक आक्सिजन प्लांट अधिस्थापित करें ताकि लाखों लोगों की जान बचाई जा सके। इसके साथ ही पूर्व की भांति आक्सिजन कंसंट्रेटर मशीन एवं अतिरिक्त वेंटीलेटर मशीन भी अधिस्थापित कर लाखों लोगों की जान बचाने में सहभागी बनें।