- गमछे के सहारे गले मे फंदा लगा कर आत्महत्या कर लिए जाने की आशंका
- शरीर पर कई जगह पर हैं जख्म, भागलपुर में मेडिकल बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम
- सुबह झंडापुर ओपी और अनुमंडल अस्पताल पुलिस छावनी में तब्दील
नवगछिया – बिहपुर के झंडापुर ओपी हाजत में पिछले दिनों स्कार्पियो लूट कांड मामले में नामजद आरोपी बिहपुर थाना क्षेत्र के गौरीपुर निवासी 22 वर्षीय विभूति कुमार उर्फ मनीष कुमार की संदेहास्पद अवस्था में मौत हो गयी है. पुलिस कर्मियों से मिली जानकारी के अनुसार अलसुबह उनलोगों ने थाने के हाजत में एक गमछे के फंदे के सहारे विभूति के शव को झूलते देखा.
आनन फानन में शव को नीचे उतार कर नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया जहां चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया. मृतक के गले के चारों तरफ काला दाग है जिससे प्रतीत होता है कि गले मे फंदा कसने से उसकी मौत हुई है जबकि शरीर के कई हिस्सों पीठ, चेहरा, हाथ, एड़ी और नितम्बों पर भी चोट के निशान हैं. वरीय पदाधिकारियों के निर्देश पर भागलपुर मायागंज अस्पताल में मेडिकल बोर्ड द्वारा युवक का पोस्टमार्ट करवाया गया है.
घटना प्रकाश में आते ही अल सुबह नवगछिया अनुमंडल अस्पताल और झंडापुर ओपी थाने को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. कई थानों के पुलिस पदाधिकारियों, पुलिस कर्मियों, अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती दोनों जगहों पर किया गया था. झंडापुर में बिहपुर सर्किल इंस्पेक्टर अमर विश्वास, नवगछिया डीएसपी मुख्यालय असरार अहमद और अनुमंडल अस्पताल में नवगछिया सर्किल इंस्पेक्टर समेत अन्य थानों के पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद थे.
मृतक के छोटे भाई आहुति कुमार दास ने कहा कि सुबह झंडापुर पुलिस ने उन्हें फोन पर सूचना देते हुए कहा कि तुम्हारा भाई बहुत सीरियस है और अनुमंडल अस्पताल में हैं. छोटे भाई ने कहा कि जब वह अनुमंडल अस्पताल पहुंचे तो देखा कि उसका भाई अब इस दुनियां में नहीं रहा. मृतक के भाई ने कहा कि उसका भाई विभूति उर्फ मनीष गांव के ही फूलो मंडल की स्कॉर्पियो चलता था. 22 अप्रैल को ध्रुवगंज गांव से मड़वा गांव बारात गयी थी.
इसी बारात में विभूति उर्फ मनीष बारात लेकर स्कॉर्पियो से मड़वा गांव गया था. बारात पहुंचने के बाद एक व्यक्ति ने मड़वा गांव से गौरीपुर गांव पहुंचा देने की बात कह कर स्कॉर्पियो पर सवार हुए और गौरीपुर गांव के पास पहले से ही घाट लगाए अपराधियों ने चालक बिभूति उर्फ मनीष को बंधक बना स्कार्पियो लूट लिया और चालक को बेगुसराय के साहेबपुरकमाल में जा कर छोड़ दिया.
मृतक के भाई ने कहा कि स्कार्पियो के मालिक ने लूट कांड में उसके भाई के विरूद्ध ही केस दर्ज कर दिया जिसके बाद 23 अप्रैल को पुलिस ने उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया. फिर चार दिनों तक उसके भाई को टॉर्चर किया जाता रहा. मृतक के शरीर पर कई जगहों पर चोट को देखकर पता चलता है कि उसके भाई के साथ पुलिस ने काफी ज्यादती की है.