स्फोटऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है . परन्तु अनजाने में आप अत्याचार का सहयोग कर रहे हैं . आप तो विद्वान हैं और यह भी जानते होंगे कि मास्क लगाने से हमारे शरीर में ओक्सिजन की मात्रा कम होगी और जब ओक्सिजन की मात्रा कम होगी तो शरीर का तापमान भी बढ़ेगा और जब शरीर का तापमान बढ़ेगा तब शरीर में नियंत्रित कोविड की मात्रा में वृद्धि भी होगी और तब हम कोरोना पॉजिटिव हो जायेंगे . इसलिए पिछले साल के अनुपात में इस साल अधिक पॉजिटिव पाए जा रहे हैं कारण यही है कि लोगों ने लगातार एक वर्ष तक मास्क का प्रयोग किया है . WHO का ये खेल बहुत खतरनाक चल रहा है, लोगों को पहले मानसिक रूप से बीमार बनाया जा रहा है मन से स्वीकार करवाया जा रहा है और हम जो मन से स्वीकार कर लेते हैं वही हमारे साथ घटित होता है यही प्रकृति का नियम है और यह रहस्य संतों , वैज्ञानिकों को भलीभांति ज्ञात है और इस विद्या का प्रयोग कोई अपने निजी लाभ के लिए कर रहा है . जागरूकता के नाम पर लोगों को गुमराह किया जा रहा है इसलिए इसके विरुद्ध लोगों को जागरूक करें . दूसरी बात हम यह भी जानते हैं की दो वर्ष पूर्व वैज्ञानिक यह कहते नहीं थकते थे कि Think Positive, Do Positive and Be Positive परन्तु आज ऐसा क्यों कह रहा है – Think Negative, Do Positive and Be Positive. एक समय था जब हम Science पर आश्रित थे , एक समय था जब हम Medical Science पर आश्रित थे तब तक तो थोडा-बहुत ठीक-ठाक चल रहा था परन्तु आज हम न ही Science पर आश्रित हैं और ना ही Medical Science पर , आज हम एक organisation पर आश्रित हो गए हैं जो है World Health Organisation. तो क्या आज हम अपनी जिन्द्की को किसी organisation के हाथों का कठपुतली बना लें यदि हाँ तो कोई बात नहीं चलने दीजिये इस प्रक्रिया को , और यदि नहीं तो कोरोना के दुष्प्रचार के विरुद्ध लोगों को जागरूक करने का काम करें , आज लोग WHO पर आश्रित होकर दिमागी रूप से इतने अंधे हो गए हैं कि वे अपने ही जिन्दगी को अपने ही हाथों से तबाह और बर्बाद कर रहे हैं . बांकी शेष आपके विचारों पर निर्भर करता है . यदि मेरे उपर्युक्त तथ्यों में सच्चाई मालूम पड़ती है तो स्वयं को इस निगेटिव भावनाओं से अपने को दूर रखें . और बहुत सारे तथ्य हैं हमारे पास परन्तु कितना लिखूं , मुझे विश्वास हैं कि इतना काफी होगा . धन्यवाद️
ब्रह्मर्षि स्फोटाचर्य
9932621785