इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी की ओर से बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी , स्वास्थ्य मंत्री आदरणीय मंगल पांडेय एवं बिहार के कई माननीय विधायकों माननीय वर्षा रानी बिहपुर, श्री अजित शर्मा भागलपुर , श्री मनीष कुमार धोरैया , डॉ मेवालाल चौधरी तारापुर , श्री विद्या सागर केशरी फारबिसगंज , श्री विजय कुमार खेमका पूर्णिया , श्री तारकिशोर प्रसाद कटिहार , को एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुभाष कुमार विद्यार्थी नें लोक डाउन का पालन करते हुए ईमेल के माध्यम से पत्र प्रेषित किया है.
पत्र में इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के बारे में सविस्तार लिखते हुए बताया गया है कि भारत में इसको शासकीय मान्यता के लिए वर्षों से माँग होती आ रही है. माननीय उच्च न्यायालय दिल्ली के द्वारा वर्ष 1998 में केंद्र सरकार तथा समस्त राज्य सरकारों को इलेक्ट्रो होम्योपैथी के लिए छः महीने के अंदर कानून बनाने का निर्णयादेश दिया.
इसकी महत्ता को देखते हुए वर्ष 2018 में तत्कालीन राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री माननीय कालीचरण सर्राफ नें विधान सभा में बिल पास कराकर इलेक्ट्रो होम्योपैथी को शासकीय मान्यता दे दिया. डॉ विद्यार्थी नें इस पत्र के साथ राजस्थान विधान सभा में पारित बिल एवं सरकार के द्वारा जारी अधिसूचना की प्रति भी संलग्न करते हुए बिहार विधान सभा के आगामी मानसून सत्र में विधेयक लाकर शासकीय मान्यता देने की माँग की है.