नवगछिया- नवगछिया में गोपालपुर विधायक गोपाल मंडल द्वारा धारा 144 के अनुसंधात्मक व कंटेनमेंट जोन के बैरिकेडिंग तोड़ने के मामले पर राजद की ओर से विधायक प्रत्याशी शैलेश कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि कोरोना महामारी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने लाॅकडाउन लगा दिया है. आम लोगों को इसका पालन करना है.
पहले से ही कई नियमों का पालन करने वाली आम जनता अब और नए नियमों को मानने के लिए मजबूर है. कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए इन नियमों का पालन करना जरूरी भी है। लेकिन सत्ता पक्ष के लोगों के लिए ये नियम सिर्फ कागजों पर अच्छे लगते हैं. वहीं शैलेश कुमार ने कहा कि इस वैश्विक आपदा को लेकर सभी जनप्रतिनिधियों व समाजसेवियों को प्रशासन का सहयोग करना चाहिए न कि उनके द्वारा उठाए गए सुरक्षात्मक कदमों का विरोध.
वहीं जिला प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी विश्वास झा ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नगर क्षेत्र में जहां प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा बेरिकेडिंग की गई है, वह कंटेनमेंट जोन है और इसे नवगछिया स्टेशन के प्रशासन ने बनाया है और ये सरकारी नियम के अनुकूल है. लेकिन गोपालपुर के वर्तमान विधायक गोपाल मंडल ने सत्ता पक्ष का धौंस दिखाते हुए इसे खुद हटवाकर सरकार के खिलाफ अवमानना दर्शाया है.
श्री झा ने कहा कि हद तो तब हो गई जब नवगछिया थाना अध्यक्ष श्री मंडल को बैरिकेडिंग हटाते विडियों में स्पष्ट देखकर भी पहचान ही नहीं रहे हैं. उन्हें लगता होगा कि शायद सत्ता दल के विधायक पर कार्रवाई उन्हें महंगी न पड़ जाए. उन्होंने कहा कि विधायक का कई विडियों आए दिन वायरल होते रहता है, लेकिन नीतीश सरकार उनपर इसलिए कार्रवाई नहीं करती है क्योंकि कि डबल इंजन की सरकार को ये डर है कि कहीं विधायक को निलंबित करते ही वे विपक्ष में शामिल न हो जाए.
वायरल वीडियों में क्लीयर दिख रहा है कि बैरिकेडिंग हटाने वाला शख्स दबंग विधायक गोपाल मंडल ही है. यदि यही काम कोई आम आदमी किया होता तो प्रशासन उसे कब का जेल भेज चुकी होती. लेकिन अब देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस प्रशासन उनपर कौन सी कार्रवाई करती है और वे कब गिरफ्तार किए जाएंगे या उन्हें सरकारी महकमे से चाय पीला कर बिदा कर दिया जाएगा.