भागलपुर: सूबे के पहले समार्ट सिटी भागलपुर में विकास कार्य अब भी हवा-हवाई है। योजनाओं पर पैसे तो खर्च हो रहे हैं, लेकिन उसकी गुणवत्ता और रखरखाव के लिए कोई योजना नहीं है। शहर में लगे सीसीटीवी भी अब धोखा देने लगे हैं। दो साल पहले दो करोड़ रुपये खर्च कर शहर की मुख्य सड़क और गली-मोहल्ले में 900 सीसीटीवी लगाए गए थे, लेकिन उसमें से 850 खराब हो चुके हैं। केवल 50 काम कर रहे है, वो भी बिजली रहने पर। बिजली कटने पर वो भी काम करना बंद कर देते हैं। इस दौरान अगर कोई घटना हो जाए तो उसका रिकार्ड नहीं रहता है।
बदमाश उठा रहे फायदा
शहर में लगे अधिकांश सीसीटीवी के बंद रहने का फायदा बदमाश उठा रहे हैं। कई बार कचहरी चौक के आसपास छिनतई व लूटपाट की घटना को अंजाम देकर बदमाश आसानी से फरार हो जाते हैं। जांच के दौरान फुटेज के लिए जब पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचती है तो वहां से फुटेज नहीं मिल पाती है। इससे जांच में पुलिस को परेशानी होती है।
सर्वर रूम के देखरेख नहीं है कर्मी
नगर निगम कार्यालय परिसर में पिछले साल नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने सीसीटीवी कैमरे के लिए कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया था। कंट्रोल कक्ष में बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई है साथ ही उसी में एक सर्वर रूम भी बनाया गया है। लेकिन पिछले एक साल से वहां एक भी कर्मी की तैनाती नहीं की गई है। देखरेख के लिए तकनीकी कर्मी के नहीं रहने से छोटी सी खराबी होने पर भी कैमरा काम करना बंद कर देता है।
दो कंपनियों को मिली थी जिम्मेवारी
भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने वार्ड नंबर 18 से 23 तक सीसीटीवी लगाने के लिए दो वर्ष पहले योजना तैयार किया था। पटना की कोसमिक एजेंसी को शहर की मुख्य सड़कों पर 335 कैमरे लगाने की जिम्मेदारी दी गई थी। वहीं, भागलपुर की कंपनी इंफिनेट टेक्नोलॉजी को 565 कैमरे गली-मोहल्लों में लगाने की जिम्मेदारी दी गई थी। दोनों कंपनियों ने काम पूरा कर सारे कैमरे भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड को हैंडओवर कर दिया था। लेकिन सही तरीके से रखरखाव नहीं होने से कई कैमरे कुछ माह बाद ही खराब हो गए, जबकि कुछ कैमरों को चोर-बदमाश खोलकर ले भागे।
भुगतान नहीं होने पर रखरखाव का काम बंद
भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने कार्य के एवज में कंपनियों को एक करोड़ रुपये का भुगतान तो किया, लेकिन बाकी एक करोड़ रुपये का भुगतान अब तक नहीं हो सका है। पैसा नहीं मिलने पर कंपनी ने रखरखाव का काम बंद कर दिया। साथ ही याचिका भी दायर कर दिया है। हालांकि, इस संबंध में स्मार्ट सिटी के अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
मुख्य बातें
-50 सीसीटीवी केवल कर रहा काम, बत्ती गुल होते ही हो भी हो जाते हैं बंद, नहीं हो रहा सही से देखरेख
-भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की योजना से दो वर्ष पूर्व दो वर्ष खर्च किए गए थे दो करोड़ रुपये
-पटना की कोसमिक एजेंसी और भागलपुर की इंफिनेट टेक्नोलॉजी को कैमरे लगाने का मिला था काम