नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ वरुण कुमार के द्वारा सोमवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नवगछिया परिसर में प्रेस वार्ता आयोजित कर विभाग के द्वारा समय पर राशि भुगतान नहीं करने को लेकर पत्रकारों को जानकारी दिया। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के कुछ कर्मियों के द्वारा सहयोग नहीं करने का आरोप लगाते हुए सही से कार्य नहीं किए जाने को लेकर काफी नाराजगी जताया ।
उपाधीक्षक ने बताया कि ₹4 लाख अलग-अलग मदों में खर्च हुआ है। लेकिन इसके भुगतान को लेकर के लगातार पत्राचार करने के बाद भी सिविल सर्जन स्तर से इसकी सुध नहीं ली जा रही है। उन्होंने कहा कि हम लोग लगातार इस कोविड काल में संघर्ष कर कार्य किए हैं। जिसके कारण जिले में नवगछिया अस्पताल का टीकाकरण में अच्छा स्थान है।
लेकिन यहां के प्रबंधक के द्वारा बिना सहयोग कर अस्पताल में किसी तरह का विकास कार्य नहीं होने दे रहा है। उन्होंने बताया कि हमने यहां पर जितना भी राष्ट्रीय प्रोग्राम है उसको सफल किया साथ ही कई तरह का कार्य किया जिसमें रुपया खर्च हुआ लेकिन किसी भी तरह का भुगतान नहीं हो रहा है।
क्या है पूरा मामला
अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ वरुण कुमार एवं अस्पताल के स्वास्थ्य प्रबंधक राजू प्रधान के बीच किसी बात को लेकर के विवाद हो चल रहा है। जिस विवाद का पिछले सप्ताह सिविल सर्जन के निर्देश पर प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार ने जांच भी किया लेकिन दोनों दोनों के ऊपर गंभीर आरोप लगाए जिसका रिपोर्ट सिविल सर्जन को दे दिया गया है।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
भागलपुर के सिविल सर्जन डॉ उमेश शर्मा कहते हैं कि नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक के द्वारा प्रेस वार्ता कर रुपया भुगतान करने से लेकर के कई तरह की नाराजगी की बात हम लोगों के पास आया है। हम लोग इस मामले को खुद से देख रहे हैं जिला पदाधिकारी के भी संज्ञान में पूरा मामला है।
अनुमंडल अस्पताल का रुपया खरीद बिक्री या किसी भी तरह का कार्य करने को लेकर के किसी भी तरह का प्रस्ताव नहीं भेजा है अगर किस स्तर से यह कार्य किया गया है इसकी भी जांच होगी।