नवगछिया – नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ बरुण ने एक प्रेस वार्ता आयोजित करते हुए कहा कि अस्पताल की व्यवस्था एक माह पहले क्या थी और अब क्या है यह किसी से छुपी नहीं है. ऐसी स्थिति में मेरा सबसे पहला लक्ष्य रोगियों को बेहतर सुविधा देने और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करना है.
ऐसी स्थिति में एक व्यक्ति व्यवस्था पर भारी पड़ रहा है. किसी भी कार्य मे सहयोग नहीं किया जा रहा है. जिससे कई तरह के कार्य ठप हैं. अपने निजी खर्च से उन्होंने जो भी किया है वह निर्णय सिर्फ मेरा नहीं है वरन गठित कमेटी का है. जिसका प्रमाण अस्पताल में उपलब्ध है.
डॉ बरुण ने कहा कि स्वास्थ्य प्रबंधक द्वारा किया जा रहा असहयोग अनुशासनहीनता और कर्तव्य के प्रति उदासीनता है. इसे आरोप प्रत्यारोप की नजर से न देखा जाना चाहिये.
बार बार लैटर दिए जाने के बाद भी उन्होंने एक भी लैटर का जबाव नहीं दिया और लैटर रिसीव भी नहीं किया. डॉ बरुण ने कहा कि वे सेवा भाव से चिकित्सक बने हैं और हमेशा सेवा भाव के साथ ही काम कर रहा हूं.