नवगछिया : गंगा एवं कोसी नदी के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण नवगछिया से अनुमंडल के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. वर्तमान में गंगा नदी खतरे के निशान 31.60 मीटर को पार कर 31.64 मीटर पर बह रही है. जबकि कोसी नदी खतरे के निशान 30.48 मीटर से 64 सेंटीमीटर ऊपर 31.12 सेंटीमीटर पर बह रही है. गंगा नदी के जल स्तर में अगर और वृद्धि होती है तो बाढ़ की स्थिति और भी भयावह हो जाएगी. कोसी नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि के बाद रंगरा प्रखंड के मदरौनी गांव बाढ़ की चपेट में आ गया. नदी का पानी मदरौनी गांव के दर्जनों लोगों के घरों में प्रवेश कर चुका है.
बाढ़ का पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर जाने के बाद लोग छत एवं सड़कों पर अपना आशियाना बनाए हुए है. बाढ़ के कारण लोगो को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है. गंगा नदी के खतरे के निशान को पार करते ही इस्माईलपुर प्रखंड के वेदी राय टोला, भिट्ठा सहित कई गांव बाढ़ के पानी से घिर गया है. इसके साथ इस्माईलपुर बिंदटोली के बीच बने स्परों पर भी नदी का दबाव बढ़ गया है. जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि वर्तमान में गंगा नदी स्थिर है. जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण स्पर पर दबाव बना है. जिसकी मॉनिटरिंग लगातार की जा रही है. वह कोसी नदी का जलस्तर भी वर्तमान में स्थित होने की बात विभाग के अभियंता द्वारा बताई जा रही है.