बिहपुर :- बिहार का शोक कोसी नदी का तांडव बिहपुर प्रखंड के कहाड़पुर गांव में देखने को मिल रहा है । कोसी नदी में अब तक गांव के हज़ाड़ो एकड़ की ज़मीन ,बाग बगीचे समेत कई घर , विद्यालय समा चुके हैं । गांव के लोग बाहर पलायण कर रहे । कुछ ने बिहपुर रेलवे पर डेरा लिया है और कुछ यदि गांव में बचे खुचे लोग हैं तो वो राते जाग कर गुजारने को विवश हैं ।
हलांकी सरकार के द्वारा कोसी नदी के धारा परिवर्तन की दिशा में पहल की जा रही है पर कोई खास प्रभाव नही पर रहा है ।
पिछले महज दो साल में कोसी नदी में कहारपुर से सटे गांव गोविंदपुर मुसहरी आदि पुरी तरह से कोसी में समा चुके हैं ।
इन गांव के विलिन होने के बाद सरकार की नींद तो खुली पर असर नही पड़ा । कहाड़पुर गांव शहर हीं नही बल्कि प्रखंड कार्यालय से भी कोसों दूर होने के बावजूद काफी सुखी संपन्न माना जाता है । गांव के लोगों के द्वारा पीछले वर्ष कई माह तक रेलवे पर हीं गुजारे गए थे और रोजगार की तलाश में दर- ब- दर भटकते नज़र आए थे ।
इस क्रम में गांव का जायजा लेने पहूँचे रेणू देवी ने कहा की इतनी सघन आबादी वाले गांव के लोगों पर सरकार को सजगता से नज़र करनी चाहिए एवं गांव को कहीं अलग बसाने के लिए जमीन मुहैय्या की जानी चाहिए ।