पांच अगस्त को अयोध्या में श्रीराम मंदिर शिलान्यास और भूमि पूजन से पहले मंदिर के पुजारी प्रदीप दास और सुरक्षा में तैनात 16 जवान कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें फायर ब्रिगेड के सिपाही, पीएसी और पुलिस जवान शामिल हैं। इसकी जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया। बताया रहा है अब इस बात की जांच हो रही है कि इनके संपर्क में और कौन-कौन लोग आए थे।
मुख्य पुजारी की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव :
पुजारी प्रदीप दास राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के सहायक हैं। मुख्य पुजारी के साथ चार अन्य पुजारी राम लला की सेवा करते हैं। प्रदीप दास के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने तय किया है कि मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास और तीन अन्य पुजारी का भी कोरोना टेस्ट किया गया। अभी प्रदीप दास को होम क्वारनटीन कर दिया गया है। कोरोना संक्रमित 16 पुलिसकमियों को भी क्वारनटीन किया गया है। रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास और तीन अन्य सहायक पुजारियों की कोरोना जांच रिपोर्ट आ गई है। ट्रू नेट मशीन से पुजारियों की जांच की गई । सभी पुजारी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसमें मुख्य पुजारी शामिल है। जन्मभूमि की सुरक्षा में तैनात अन्य सुरक्षाकर्मियों की जांच प्रक्रिया जारी है।
5 अगस्त को है पीएम मोदी का दौरा
5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का भूमि पूजन और शिलान्यास करने अयोध्या आ रहे हैं। इस दौरान उनके साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, लाल कृष्ण आडवाणी, संघ प्रमुख मोहन भागवन जैसी प्रमुख हस्तियां साथ रहेंगी। इस भूमि पूजन कार्यक्रम की भव्यता और प्रचार में राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट दिनरात लगा हुआ है।
तीन अगस्त से शुरू हो जाएंगे कार्यक्रम :
मंदिर निर्माण के लिए पांच अगस्त को भूमि पूजन से पहले ही पूजन स्थल पर तीन अगस्त से वैदिक आचार्यों के निर्देशन में पंचांग पूजन का शुभारम्भ किया जाएगा। चार अगस्त को पुन: रामार्चा का पूजन किया जाएगा। जबकि पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्य पूजन करेंगे। इसी क्रम में मंदिर-मंदिर अनुष्ठान शुरू होगा। इस अनुष्ठान के अन्तर्गत सभी मंदिरों में श्रीरामचरितमानस का संकल्पित अखंड रामायण पाठ शुरू होगा। इसकी पूर्णाहुति चार अगस्त को होगी। इसके बाद पांच अगस्त को भूमि-पूजन के निर्धारित मुहूर्त पर दोपहर साढ़े 11 से साढ़े 12 बजे के मध्य हरि संकीर्तन का आयोजन किया जाएगा।
अयोध्या के प्रत्येक मंदिर व घर में यह आयोजन सुनिश्चित कराने के लिए विहिप के केन्द्रीय पदाधिकारी व संतों की संयुक्त टीम स्थान-स्थान पर योजनाबद्ध ढंग से सम्पर्क कर रही है। यह टीम सम्बन्धितों से यह आग्रह भी कर रही है कि पांच सौ वर्षों की प्रतीक्षा के बाद आई इस शुभ घड़ी पर अधिक से अधिक स्थानों पर सामूहिक आयोजन हों जिससे किसी भी प्रकार की आशंका निर्मूल सिद्ध हो जाए और जनमानस भी आनंदित हो।