पूर्व सांसद एवं जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने गुरुवार की रात्रि बोचहां में कहा कि मैं 19 दिनों से कभी बांध पर, कभी बाढ़ से घिरे घरों की छत पर, कभी बाढ़ पीड़ितों के तंबू में हूं। पूरे राज्य में लगातार लोगों के दुख-दर्द से रूबरू हो रहा हूं। पटना हो या मुजफ्फरपुर नरक की जिंदगी है। बाढ़ पीड़ितों के बीच ना राशन है न जेनरेटर है न चापाकल है न शौचालय। लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। मुझे कोई कमान दे तो तीन माह में निगम के नरक व तीन साल में बाढ़ से मुक्ति नहीं दिलाई तो राजनीति छोड़ दूंगा। वे मुजफ्फरपुर-दरभंगा ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर हाईवे पर गरहां में एक लेन पर आकर गुजारा कर रहे बाढ़ पीड़ितों के बीच थे।
पूर्व सांसद ने सरकार व विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि आम जनता की इन्हें कोई सुध नहीं है। मुजफ्फरपुर शहर की नारकीय स्थिति के लिए जिम्मेवार माननीयों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए। मौके पर जाप जिला अध्यक्ष प्रमोद कुमार यादव, प्रकाश भट्ट, जाहिद हुसैन, विनय कुमार सिंह, सुल्तान अली, शशि श्रीवास्तव, विक्की यादव, संजीव निराला, लालसा यादव, रवि कुमार बैठा,मोहम्मद निहाल सहित कई लोग थे।
बेला की स्थिति देख मंत्री पर साधा निशाना :
पूर्व सांसद पप्पू यादव शाम में बेला औद्योगिक क्षेत्र भी पहुंचे। उन्होंने जलजमाव को लेकर नगर विकास व आवास मंत्री पर निशाना साधा। कहा कि मंत्री के क्षेत्र का अधिकांश हिस्सा जलमग्न है। दर्जनों फैक्ट्रियों में एक पखवाड़ा से पानी जमा है। फैक्ट्री बंद होने से गरीबों के समक्ष रोजीरोटी का संकट है। उन्होंने मंत्री से इस्तीफे की मांग की। साथ ही उनकी व नगर निगम के अधिकारियों की संपत्ति की जांच कराने की मांग की। मौके पर उद्यमी संजीव चौधरी, जाप नेता रानू शंकर, नदीम खान आदि भी थे।