बिहार के गोपालगंज जिले में 24 घंटे के भीतर दूसरा नाव हादसा हुआ। बैकुंठपुर के परसौनी मलाही की घटना बताई जा रही है। हादसे में 5 लोग डूबे जिनमें से 3 के शव बाहर निकाले गए। वहीं 2 की तलाश जारी है। जानकारी के मुताबिक छोटी नाव पर कुल 5 लोग सवार थे। उधर सदर प्रखंड के रामनगर नाव हादसे में डूबे 2 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं।
बाढ़ग्रस्त गोपालगंज जिले में गांवों में हजारों लोग फंसे
बाढ़ग्रस्त गोपालगंज जिले के कई प्रखंडों में पानी से तबाही मची हुई है। बरौली प्रखंड के देवापुर, प्यारेपुर, सिसईं, कोटवां नगर पंचायत के 21वार्ड, पचरूखिया, निलामी, हलुआड़ गांवों में हजारों लोग अब भी फंसे हुए हैं। बाढ़ के पानी से घिरे पचास गांवों के ग्रामीणों के घरों में खाना तक नहीं बन पा रहा है।
झोपड़ी में रहने वाले लोगों के तो चूल्हे गंडक के पानी में बह चुके हैं। ये लोग पलायन भी कर चुके हैं। जिनके पक्के के मकान हैं ,उनके घरों में भी चूल्हे नहीं जले। लोग जहां-तहां शरण लिए हुए हैं। सड़क संपर्क टूट चुका है। छतों पर भी स्टोव या गैस पर खाना बनाने के लिए आखिरकार कहां से आए सामान। गांवों अधिकांश चापाकल पानी में डूब चुके हैं। ऐसी स्थिति में गांव में रह रहे लोग गंडक का गंदा पानी ही पीकर प्यास बुझा रहे हैं।
पिछले तीन दिनों से गांवों में गंड़क से तबाही झेल रहे लोगों की हालत बिगड़ती जा रही है। प्रकृति की मार से इनके जीवन में फिर एक बार तबाही मच गई है। खाने से लेकर रहने तक बस परेशानी ही परेशानी। महिलाओं की दशा बिगड़ती जा रही है। गरीब परिवार के घर में अन्न का एक दाना नहीं बचा है। बच्चे भूख बिलबिला रहे हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों में अभी तक रह रहे लोगों व सडक पर बांध पर शरण लिए पीड़तिों की रातें आखों में हीं कट जा रही है गंडक की तबाही ने उनकी नींद छीन ली है।