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डॉ बिपिन यादव ने एसपी से शिकायत कर थानाध्यक्ष को हटाने की मांग.

ढोलबज्जा: इन दिनों कदवा ओपी थाने में पुलिस की काली करतूतें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं. जहां भ्रष्टाचार चरम पर है. पुलिस द्वारा चोर, अपराधी व अवैध धंधेबाजों से सांठगांठ कर रिश्वतखोरी का धंधा खूब फल-फूल रहा है. ऐसा हीं मामला कदवा के व्हाट्सएप ग्रुप व लोगों के निजी फेसबुक मैसेंजर पेज पर भी देखने को मिल रहे हैं.

ज्ञात हो कि गत 31 अगस्त यानि मंगलवार को थाना क्षेत्र अंतर्गत आश्रम टोला निवासी नित्यानंद यादव की एक भैंस चोरी हो गई थी. चोरी की भैंस मधेपुरा जिले के चौसा थाना क्षेत्र में बेचे जाने के दौरान लक्ष्मीनियां कदवा के दो चोर मंगल मंडल व सुमित कुमार वहां के ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया था. पकड़े गए चोर को चौसा के ग्रामीणों ने हीं मारपीट कर उसके सर का बाल काट दिए थे. जानकारी मिलने के बाद आश्रम टोला कदवा के ग्रामीणों साथ पहुंचे पशुपालक ने अपने भैंस को घर ले आए थे.

दोनों चोरों को ग्रामीणों ने कदवा पुलिस के हवाले कर दिए थे. जिसमें ग्रामीणों द्वारा कदवा पुलिस पर आरोप लगाते कहा जा रहा है कि- कदवा पुलिस ने पशुपालक किसानों को केश में फंसाने की धमकी देकर ₹10,000 ऐंठ ली है. जिसके विरोध में कदवा के लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से आंदोलन की चेतावनी भी दे रहे हैं.
वहीं उक्त बातों को लेकर पशुपालक नित्यानंद यादव ने बताया कि- मेरी भैंस चोरी होने के बाद हमलोग खोजबीन कर रहे थे.

इसी बीच चौसा के मनोहरपुर से जानकारी मिली कि यहां अज्ञात दो युवक सस्ते दामों में भैंस बेचने आए हैं. मौके पर पहुंचा तो देखा वहां के ग्रामीणों ने दोनों युवकों को पकड़ कर रखा है. एक के सर का बाल काटा हुआ है. मैं अपने भैंस की पहचान कर घर ले आए. चोर के साथ मैंने कुछ नहीं किया. फिर भी कदवा पुलिस ने उल्टे हमको पकड़ कर थाने मैं हथकड़ी लगा कर रखा और भद्दी गालियां देते हुए केश में फंसा कर जेल भेजने की धमकी देने लगा. साथ हीं कहा दस हजार दो तभी छोड़ेंगे. डर से मैंने थाने की मुंशी को पहले आठ दिया.

काफी अर्जी विनती पर भी जब मानने को तैयार नहीं हुए तो फिर दुसरे से दो हजार उधार लेकर पुलिस को दिया. उसके बाद हमको छोड़ा. उस दिन मेरे बेटे को बीएलएस कॉलेज नवगछिया में एडमिशन कराने का अंतिम समय था. मेरे पास पैसा नहीं बचने से बेटा का एडमिशन भी छूट गया.
उधर डॉ विपिन यादव ने भी नवगछिया एसपी को व्हाट्सएप से आवेदन भेंज, दूरभाष से बात करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को हटाने की मांग किया है.

डॉ बिपिन यादव ने आवेदन में कहा है कि- कदवा पुलिस द्वारा किसान से पैसा मांगे जाने की सूचना मिलने पर मैंने भी थानाध्यक्ष चंदन कुमार दूबे से फोन से बात किया कि सर किसान में कोई दोष नहीं है. गरीब आदमी है, वह पैसा कहां से देंगे. फिर भी कदवा पुलिस ने पशुपालक नित्यानंद यादव से पैसे ले लिए. ऐसे थानाध्यक्ष से इलाके में आगामी पंचायत चुनाव भी शांति ढंग से नहीं हो सकता है. थानाध्यक्ष चंदन कुमार दूबे ने बताया कि- हमको पता नहीं है किसने पैसा लिए हैं. ऐसे लोग शिकायत करते रहते हैं. उक्त मामले को लेकर हमसे एसपी साहब ने भी पूछा उनको भी हमने बता दिया है. इतना बोलते ही फोन काट दिए.

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