29 जुलाई – सिर कटी लाश बरामद, पुलिस ने शव का कराया पोस्टमार्टम, कहा होगा डीएनए टेस्ट
30 जुलाई – झललूदास निवासी नरहरि मंडल के परिजनों ने की शव की पहचान, कहा मृतिका का नाम छः जुलाई से लापता एकता है.
31 जुलाई – पुलिस ने एकता के कथित प्रेमी संतोष मंडल को उसके अपहरण मामले में किया गिरफ्तार
01 अगस्त – शव का सिर बरामद, पुलिस ने सिर को पोस्टमार्टम में भेजा कहा सिर का भी होगा डीएनए
नवगछिया – रंगरा सहायक थाना क्षेत्र के उसरहिया रहिया गंगा धार में बरामद हुए सिर कटी लाश के मामले में पुलिस दो राहों पर खड़ी है. घटना उजागर होने के 5 दिन बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है. पुलिस अभी भी डीएनए टेस्ट का राग अलाप रही है जबकि घर बरामद होने के 4 दिन बाद बरामद हुए सिर को देखकर परिजन स्पष्ट कर चुके हैं यह शव एकता का ही है. मालूम हो कि शुरू से ही इस मामले में पुलिस का गैर जिम्मेदाराना रवैया सामने आया है. पुलिस ने मामले में तब तक कोई कार्यवाही नहीं की जब तक सिर कटी लाश बरामद की का मामला सामने नहीं आया.
6 जुलाई को एकता लापता हुई थी और 11 जुलाई को उसके पिता ने रंगरा सहायक थाने में गांव के ही संतोष मंडल को नामजद करते हुए मामले की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. जानकार बताते हैं कि इस मामले में अब पुलिस को वैज्ञानिक अनुसंधान का सहारा लेते हुए असली कातिल तक जल्द से जल्द पहुंचना चाहिए.जब सारे परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर बात सामने आ रही है कि उक्त शव एकता का ही है तो पुलिस को मामले में डीएनए करना निरर्थक है. क्योंकि डीएनए टेस्ट आने में समय लगता है और अगर कातिल को समय मिलता है तो वह निश्चित रूप से साक्ष्य को मिटाने में पुरजोर ताकत लगा देगा.
लंबे समय बाद जब पुलिस पूरी कहानी सामने ले भी आती है तो पुलिस के पास साक्ष्यों का आभाव होगा और कातिल बच निकलेगा. परिजनों ने बताया कि 1 महीने बाद एकता की शादी होने वाली थी. उसकी शादी के लिये इस्माइलपुर में लड़का भी देखा जा चुका है. परिजनों का कहना है अब तो उसकी बच्ची वापस आने वाली नहीं है लेकिन जिसने भी उसकी बच्ची की बर्बरतापूर्ण हत्या की है उसे सजा मिलनी ही चाहिये. कई लोग इस मामले को ऑनर किलिंग भी कह रहे हैं. जबकि सूत्र बता रहे हैं कि गांव वालों को घटना की पूरी कहानी मालूम है. लेकिन अपराधियों के तहत से वे लोग पुलिस के समक्ष कुछ नहीं बता रहे हैं. ग्रामीण सूत्र बताते हैं कि पूरा मामला कई ग्रामीणों के नजरों से गुजरा है. रंगरा सहायक थाना के थानाध्यक्ष अवर निरीक्षक राजेश ने बताया कि वरीय पदाधिकारियों के निर्देशन पर वह मामले की सघन छानबीन कर रहे हैं जल्द ही मामले का पटाक्षेप कर लिया जाएगा.