ग्रामीणों ने तीनटंगा दियारा से लेकर करारी तिनटंगा तक रिंग बांध बनाने की मांग की।
रंगरा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत तीनटंगा दियारा दक्षिणी पंचायत के ज्ञानी दास टोला में हो रहे कटाव का जायजा लेने जल संसाधन विभाग के फ्लड फाइटिंग के एसडीओ सुधाकर सिंह और इंजीनियर अनिल कुमार एवं अंबिका साह कटाव स्थल पर पहुंचे। जहां उन्होंने हो रहे कटाव को करीब से देखा साथ ही कटाव को रोकने के लिए किए जा रहे कटाव निरोधी कार्य के बारे में भी जानकारी ली। वहां उपस्थित दर्जनों ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों ने कटाव से अवगत कराते हुए उन्हें बताया कि यहाँ जो कटाव निरोधी कार्य कराए जा रहे हैं, वह कटाव के सामने कुछ भी नहीं है। इससे कटाव रुकने वाला नहीं है।
इसलिए यहां ठोस तरीके से कटाव निरोधी कार्य कराया जाए। ताकि गांव को कटने से बचाया जा सके। इस पर एसडीओ ने कहा कि जल्द ही कटाव निरोधी कार्य में तेजी लाते हुए ट्रिक फाइटिंग का कार्य शुरू किया जाएगा।तीनटंगा दियारा दक्षिणी पंचायत के मुखिया भोला मंडल ने जल संसाधन विभाग से तीनटंगा दियारा से लेकर करारी तिनटंगा तक रिंग बांध बनाने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि रिंग बांध बन जाने से 6 पंचायतों की 60 से 70 हजार की आबादी को कटाव से बचाया जा सकेगा।
बताते चलें कि बीते 20 दिनों से हो रहे भीषण कटाव को रोकने के लिए जल संसाधन विभाग और ग्रामीण एड़ी चोटी एक किए हुए हैं।
परंतु कटाव रुकने का नाम नहीं ले रहा है। कटाव को रोकने के लिए ग्रामीणों के द्वारा क्षेत्र के सांसद अजय मंडल, बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय झा और उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन तक को आवेदन दे चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अब तक मंत्री और सांसद के द्वारा सिर्फ आश्वासन ही मिला है। हालांकि जल संसाधन विभाग के द्वारा कटाव स्थल पर कटाव निरोधी कार्य किए गए हैं।
परंतु कटाव निरोधी कार्य कटाव के सामने टिक नहीं पा रहे हैं। लिहाजा दिन प्रतिदिन कटाव का दायरा लगातार ही बढ़ता जा रहा है। पिछले 1 सप्ताह से भीषण कटाव को देखते हुए कटाव स्थल के मुहाने पर स्थित जिन लोगों का घर था ऐसे 50 से अधिक पीड़ित परिवार अपना घर बार छोड़कर ट्रैक्टर पर सामान लादकर यहां से रवाना हो गए हैं।
इस मौके पर भाजपा नेता राजकुमार रजक, पूर्व मुखिया मनोज रजक, पैक्स प्रतिनिधि विनोद मंडल, जदयू नेता गणपत मंडल, कन्हैया कुमार मंडल, सुनील कुमार मंडल, दिलीप कुमार, सुनील मंडल, राजीव कुमार, रिंकू कुमार के अलावे दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।