रंगरा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत इस वर्ष आए भीषण बाढ़ के बाद प्रखंड के विभिन्न गांवों में जगह-जगह जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस संबंध में रंगरा, सधुआ, सहोड़ा, और तीनटंगा दियारा के दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि पानी की निकासी नहीं होने एवं लंबे समय तक पानी का ठहराव होने के कारण मच्छर पानी में पनपने लगे है।
लोगों को अब संभावित मौसमी बीमारी मलेरिया व डेंगू का डर सताने लगा है। जलजमाव रहने से वैश्विक महामारी के दौरान डेंगू, मलेरिया व डायरिया जैसी बीमारी जनमानस को प्रभावित कर सकती है। बाढ़ प्रभावित इलाकों के क्षेत्र में फॉगिंग, चूना व डीडीटी का छिड़काव पूर्ण रूप से नहीं हो रहा है। ऐसे में कोरोना काल के बाद लोगों को अन्य संक्रमित बीमारियों से भी दो-चार होना पड़ सकता है। पिछले दिनों हुई बारिश और बाढ़ के कारण नवगछिया अनुमंडल के सभी प्रखंड सहित ग्रामीण इलाकों में.
बहुत जगह-जगह सड़कों पर एवं मोहल्लों के बीच में पानी जमा हो गया है। मच्छड़ के आतंक से प्रभावित स्थानीय लोगों ने इस संबंध में वरीय पदाधिकारीयों से ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव करने की मांग की है। जिससे मच्छरों से पनपने वाली संक्रमित बीमारी से बचा जा सके। श्री सद्गुरू साईंनाथ सेवा समिति के कार्यकारी अध्यक्ष शुभम कुमार ने मांग की है कि पूरे प्रखंड क्षेत्र में फॉगिंग मशीन के.
माध्यम से मच्छड़रोधी गैसों का उत्सर्जन कर मच्छरों को खत्म किया जाए साथ ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में फॉगिंग, चूना व डीडीटी का छिड़काव अभिलंब किया जाए ताकि किसी भी प्रकार की संभावित बीमारी को होने से रोका जा सके।