भागलपुर: अब इंतजार की घड़ियां जल्द ही समाप्त होने वाली है। मालदा रेल मंडल के जमालपुर में बन रहे हैं नए रेल सुरंग के निर्माण में काफी तेजी आ गई है। पूर्वोत्तर भारत का यह हाइटेक रेल सुरंग में 2021 के अप्रैल महीने से ट्रेनें गुजरने लगेंगी। अभी सुरंग का निर्माण 60 फीसद से ज्यादा हो गया है। डिजाइन और नक्शा की स्वीकृति मिलने के बाद रेलवे इंजीनियरिंग विभाग की पूरी टीम निर्माण में जुट गई है। निर्माण में किसी तरह की दिक्कतें न हो इसके लिए कई तरह की मशीनें निर्माण स्थल पर पहुंच गई है। इंजीनियरिंग विभाग की टीम अपने काम को निपटाने में लग गए हैं।
820 मीटर लंबा बन रहा सुरंग
दूसरे नए रेल सुरंग की लंबाई 820 मीटर के आसपास होगी। इसमें गोलाई बनाने के लिए लोहे के टर्नल का इस्तेमाल किया जा रहा है। सुरंग बनने के बाद दो किलोमीटर बची दोहरीकरण का रास्ता भी पूरी तरह साफ हो जाएगा। अभी तक जमालपुर और रतनपुर के बीच दोहरीकरण का काम रुका पड़ा हुआ है। इसके बाद अप और डाउन गाडिय़ां जमालपुर और रतनपुर में नहीं फंसेगी। भागलपुर -किऊल सेक्शन पर ट्रेनों का परिचालन और सुगम हो जाएगा।
ड्रीम प्रोजेक्ट पर मुख्यालय और बोर्ड की है नजर
नए सुरंग निर्माण पूर्व रेलवे के मालदा मंडल का ड्रीम प्रोजेक्ट है। सुरंग के निर्माण में भले ही विलंब हो गया है। अभी तक 80 फीसद काम पूरा हो जाना था। लेकिन, देर से सही सही अब इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए रेलवे एड़ी चोटी एक कर दिया है। सभी अड़चने समाप्त होने के बाद काम युद्धस्तर पर शुरू हो गया है। इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर मालदा रेल मंडल, पूर्व रेलवे मुख्यालय से लेकर रेलवे बोर्ड की नजर है।
अंग्रेजों के जमाने का बना पुराना रेल सुरंग
भागलपुर – जमालपुर रेल खंड स्थित रतनपुर स्टेशन से आगे जी सुरंग होकर ट्रेनें गुजर रही हैं। वह सुरंग अंग्रेजों के जमाने का बना हुआ है। अभी जमालपुर से भागलपुर के बीच ट्रेनों की आवाजाही एक सुरंग से के कारण प्रभावित होती है। इसी सुरंग से होकर अप और डाउन रूट की ट्रेनों का परिचालन होता है। लाइन क्लियर नहीं रहने की स्थिति में ट्रेनों को रतनपुर और जमालपुर रेलवे स्टेशनों पर रोक दिया जाता है। लेकिन इसके बनने के बाद सारी बाधाएं दूर हो जाएंगी।
लॉकडाउन की वजह से नए सुरंग निर्माण में कुछ विलंब हुआ है। लेकिन अब काम काफी तेजी से चल रही है। अलग-अलग शिफ्ट में लगातार काम किए जा रहे हैं। 2021 के मार्च और अप्रैल के बीच नया सुरंग तैयार हो जाएगा। – यतेंद्र कुमार, डीआरएम, मालदा रेल मंडल।