- 100 से ज्यादा है एक्टिव केस
- 10 हजार से अधिक लोगों का हो चुका है टेस्ट
- अब तक चार लोगों की हो गयी है मौत
- अब हरेक पीएचसी में हो रहा है टेस्ट
- 75 परसेंट लोग हो चुके हैं स्वस्थ
- अगर आप उचित आहार और अपना ध्यान रख रहे हैं तो कोरोना जरूर हार जाएगा
ऋषव मिश्रा “कृष्णा” नवगछिया : नवगछिया अनुमंडल में कोरोना वायरस कोविड -19 से संक्रमित होने वाले लोगों का आंकड़ा 600 को पार कर गया है. अब यह बीमारी सघन आबादी क्षेत्र में ही नहीं वरन सुदूर गांवों में भी बड़ी तेजी से अपना पांव पसार रहा है. नवगछिया में अब तक चार कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच अच्छी खबर यह है कि नवगछिया में रिकवरी रेट 75 परसेंट से भी ज्यादा है. वर्तमान में पूरे अनुमंडल में 100 से अधिक एक्टिव केस तो हैं लेकिन किसी की स्थिति गंभीर नहीं है. कुछ संक्रमित लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्या है जिनका इलाज किया जा रहा है और स्थिति नियंत्रण में है. कोरोना से लड़ाई में दिन रात एक कर देने वाले चिकित्सकों के अनुसार इन दिनों कोरोना टेस्ट में इजाफा किया गया है. नवगछिया अनुमंडल में 10 हजार से भी अधिक लोगों का टेस्ट किया जा चुका है. विभिन्न अस्पतालों से सूचना मिली है कि लोग अस्पतालों तक जांच कराने नहीं पहुंच रहे हैं जबकि नवगछिया अनुमंडल में हो रहे कोरोना टेस्ट में अब तक किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने का मामला उजागर नहीं हुआ है. अस्पताल में काम करने वाली एक तकनीशियन ने बताया कि हर रोज स्वास्थ्य विभाग तय करता है कि आज कितने रोगियों की जांच की जानी है. लेकिन अक्सर दिन इतने लोग अस्पताल में जांच करवाने नहीं आते हैं. जिससे सप्ताह में चार से पांच दिन टारगेट पूरा नहीं हो पा रहा है.
ये हैं कोरोना के हॉट स्पॉट
वर्तमान में नवगछिया शहर, रंगरा प्रखंड का रंगरा और साधुवा गांव, गोपालपुर, खरीक प्रखंड का खरीक बाजार, तेलघी, तुलसीपुर, नारायणपुर का मधुरापुर बाजार, ढोलबज्जा बाजार आदि जगह कोरोना का हॉट स्पॉट बनता जा रहा है. इन जगहों पर खास एहतियात बरतने की आवश्यकता है. रक्षाबंधन के बाद से नवगछिया बाजार एक बार फिर से बिना किसी रोक-टोक के दिन भर गुलजार रहता है तो दूसरी तरफ ग्रामीण क्षेत्र के बाजारों में कोई रोक-टोक नहीं है लोग खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करते दिख रहे हैं. कुछ बुद्धिजीवियों ने बताया कि अनुमंडल में कुछ ऐसे नेता है जो कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं के बराबर करते हैं और वह अपने विधानसभा चुनाव के अभियान में लगे हुए हैं. ऐसे नेताओं के देखा देखी आम लोग भी सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करते हैं.
प्रशासन ने दिया ध्यान तो लोगों को सतर्क रहने की जरूरत
इन दिनों नवगछिया अनुमंडल में वृहद पैमाने पर मास्क चेकिंग की जा रही है. तो दूसरी तरफ नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में को भी केयर सेंटर की स्थापना की गई है जिसमें 40 बेड की क्षमता है. वर्तमान में भी नवगछिया अनुमंडल अस्पताल में को विश कर सेंड करके कई बेड खाली हैं. नवगछिया अनुमंडल अस्पताल प्रशासन का दावा है कि अगर कोई भी रोगी समय से यहां आ जाता है तो निश्चित रूप से उनकी जान बचाई जा सकती है. अब नवगछिया अनुमंडल में रोजाना 400 से अधिक लोगों का कोरोना टेस्ट हो रहा है. क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया के अध्यक्ष चंद्रगुप्त साह, संतोष गुप्ता ने बताया कि आम लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और सोशल डिस्टेंसिंग का प्रयोग करते हुए मां जरूर लगाना चाहिए. कांग्रेस नेता इरफान आलम ने कहा कि जरूरी नहीं कि प्रशासन सख्ती करें तभी हम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे और तभी हम मात्र लगाएंगे. लोगों को खुद ब खुद समझना चाहिए कि कोरोना की लड़ाई में उन लोगों के पास एकमात्र हथियार सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क है.
ठीक हुए लोगों ने कहा
नवगछिया अनुमंडल में कोरोना से संक्रमित होकर ठीक होने वाले लोगों ने कहा कि यह कोई बड़ी बीमारी नहीं है. ना तो ज्यादा दवाई लगती है और ना ही पैसे खर्च होते हैं. अपने खानपान में बदलाव लाकर और व्यायाम को नियमित दिनचर्या में शामिल कर इस रोग को उन लोगों ने आसानी से समाप्त कर दिया है. कोरोना संक्रमित होकर होम कोरेंटिन रह रहे अधिकांश लोगों ने कहा कि उन लोगों को पता भी नहीं चला कोरोना के बाद कैसा महसूस होता है. वे लोग संक्रमित होने के बाद भी पूरी तरह से स्वस्थ थे.
कहते हैं अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सक
नवगछिया अनुमंडल अस्पताल के अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अरुण कुमार सिन्हा ने कहां की कोरोना की लड़ाई में किसी भी व्यक्ति की इम्युनिटी ही दवाई है. सादा, साफ सुथरा, पौष्टिक आहार और व्यायाम कोरोना की लड़ाई में मददगार साबित होता है. लेकिन एहतियात भी जरूरी है. घर से निकले तो मास्क लगाकर निकले और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ना भूलें.