,स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार के द्वारा हर जिला में डिस्टिक हेल्थ सोसायटी की ओर से जिला स्तरीय मैटरनल डेथ सर्वे के तहत प्रशिक्षण , सर्वे व जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है, उसी बाबत डिस्टिक हेल्थ सोसायटी भागलपुर के द्वारा जिला स्तर पर मैटरनल डेथ सर्वे को लेकर एक विशेष प्रशिक्षण का आयोजन भागलपुर के स्थानीय होटल में किया गया, इस( एम डी एस आर )एंड (सीडीआर ) कार्यक्रम में काफी संख्या में प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान डॉक्टर और आशा मौजूद थे। बताते चलें कि जब किसी महिला की गर्भावस्था में होने वाली किसी बीमारी के चलते या प्रसव होने के 42 दिनों के बाद मौत हो जाए तो उसे मैटरनल डेथ (मातृ मृत्यु )कहते हैं, लेकिन यह मृत्यु किस रोग के चलते हुआ, कैसे हुआ, क्यों हुआ, इस विषय पर का यह प्रशिक्षण आयोजित किया गया था। बच्चे जो 7 दिनों के होते हैं उसकी मृत्यु दर ज्यादा होती है उसके बाद 1 महीने के बच्चों की मृत्यु दर उससे कम होती है, जैसे जैसे बच्चे बड़े होते चले जाते हैं मृत्यु दर में कमी आती जाती है ,पहले निमोनिया, डायरिया, सेप्टीसीनिया के चलते बच्चों की काफी मृत्यु होती थी, इस पर काफी रोक लगाया गया है, इसके सर्वे को लेकर और मैटरनल डेथ में कैसे कमी आए को लेकर यह विशेष प्रशिक्षण जागरूकता सर्वे शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में डीपीएम, डीटीएस भागलपुर, डिस्टिक मजिस्ट्रेट कम चेयरमैन डीएचएस भागलपुर मौजूद थे ,इस कार्यक्रम के आयोजन में सिविल सर्जन कम एमएस डीएचएस भागलपुर भी मौजूद थे।
मैटरनल डेथ सर्वे के तहत हुआ प्रशिक्षण, सर्वे व जागरूकता कार्यक्रम आयोजित ||GS NEWS
बिहार भागलपुर December 8, 2021 December 7, 2021Tags: Meatarneal deth