पत्नी व पुत्र की हत्या करने वाला धीरज ने जेल में गला काट कर आत्महत्या करने का प्रयास किया। घटना शुक्रवार की देर रात की हैं। तकरीबन चार बजे सुबह धीरज को जेल प्रशासन ने इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल में भर्ती करवाया। धीरज की गंभीर हालत को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए भागलपुर अस्पताल में भर्ती करवाया। बताया गया कि तीन दिसंबर की रात को खरीक थाना क्षेत्र के कठेला गांव में मानवता शर्मशार करनें वाली घटना सामने हुई। शराबी धीरज ने नशे में धुत होकर पहले पत्नी देवता कुमारी को चाकू गोद कर हत्या कर दिया। मां की चीख सुनकर पुत्र अमरजीत रोने लगा तो उसकों भी चाकू से गोद दिया। धीरज की पत्नी व उसके बेटे की चीख सुन जब घर के अन्य सदस्य उसकी तरफ भागे तब तब तक शराबी धीरज खिड़की से कूद कर भाग गया। देवता कुमारी की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी।
जबकि गंभीर रूप से घायल अमरजीत को इलाज के लिए खरीक पीएचसी में भर्ती करवाया। अमरजीत को बेहतर इलाज के लिए भागलपुर अस्पताल रेफर किया गया। भागलपुर अस्पताल में इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। पत्नी व पुत्र के हत्या के आरोप में खरीक थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने आरोपित को गांव से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया था। पत्नी व पुत्र की हत्या के अपराध बोध के कारण उसने स्वयं धारदार हथियार से गले रेत कर आत्म हत्या का प्रयास किया। नवगछिया अनुमंडल के चिकित्सक ने बताया कि काफी धारदार हथियार से घायल हुआ हैं। गले का हाइयर बांड पूरी तरह कट गया हैं। अब सवाल उठता हैं कि जेल में धारदार कहा से आ गया ।
नवगछिया उपकारा अधीक्षक ने बताया कि जेल में धीरज बाथरूम गया था। बाथरूम में फिसलने की वजह से गंभीर रूप से घायल हो गया। किंतु उपकारा अधीक्षक की बात से गले उतर नहीं रही हैं। काराधीक्षक को जब पूछा गया कि बाथरूम में गिरने से गला केसे कट जायेगा। सर पर चोट आ सकती हैं। गला केसे कट गया। इस पर उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जा रही हैं।