एहसान हत्या मामले में मृतक के पिता के बयान पर नवगछिया थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई। पिता अनसारूल हक ने बताया कि गोशाला रोड में मुर्गा फार्म चलाते हैं। शाम सात बजे दुकान बंद कर नई प्लसर मोटरसाइकिल से पर तीसरा पुत्र अतहर आलम के साथ बैठक घर के लिए चला। मनियामाेर के अवध किशोर पासवान के ग्रीन गेट बनाने वाले दुकान से जैसे ही आगे बढ़े पीछे से काला रंग का प्लसर बाइक ओवरटेक कर बाइक को रूकवाया। बाइक पर सवार मु. संजार आलम, मु. गुफरान, मु. तिखरूर उर्फ इश्तेखार थे। संजार गाली गलौज करते हुए ऐहसान को गोली मार दिया। गोली दाहिनें आंख के पास लगी। गोली लगते ही एहसान व अतहर बाइक से गिर पड़े। मु. ऐहसान को गुफरान व तिखरूर ने नजदीक से सिर पर गोली मार दिया। मेरे हल्ला करने पर तीनों आरोपितों ने हम लोग पर भी गोली चला दिया। हम लोग बाल बाल बच गए। गोली की आवाज सुनकर स्थानीय लोग दौड़े तो तीनो आरोपित बाइक से राजेंद्र कॉलोनी की तरफ भागने लगे। जिसका पीछा रेलवे स्टेशन तक किया।
किंतु वह भागने में सफल रहा। इस घटना में मु. संजार आलम, मु. गुफरान, मु. तिखरूर, के अलावे घटना की साजिश रचने में संजार के पिता अंसूर आलम, मां अंसरी खातुन, पत्नी रूखसाना खातुन, उजानी के ही साला मु. इमदाद, मु. सन्नी, मु. बाबा उर्फ बबलू, मु. इत्मियाज हैं। इस घटना से पहले भी संजार आलम ने एक वर्ष पूर्व भवानीपुर टावर चौक के पास मु. ऐहसान को गोली मारा गया था। जिसमें वह बच गया था। मु. शमीम को कटिहार जिला के गेड़बारी में गोली मार हत्या कर दिया था। झारखंड प्रदेश के साहेबगंज निवासी सोहेल अंसारी को गोली मार कर हत्या किया था। जिसमें वह जेल गया था। जेल से तीन दिन पहले ही बाहर आया हैं। अनुमंडल अस्पताल में डाक्टरों ने एहसान को देखा तो जांचोपरांत मृत घोषित कर दिया।