जहां ठगी करने वाले को सजा मिलती है, जहां एक परिंदा भी पर नहीं मार सकता हो जहां पूरे जिले के मुखिया जिला अधिकारी अपने कार्यालय में बैठते हैं, वहीं से फिर नौकरी का झांसा देकर ठगी का मामला सामने आया है, यह कोई नई बात नहीं है ऐसी ठगी का मामला पहले भी कई दफे समाहरणालय के इर्द-गिर्द हो चुका है, समाहरणालय के इर्द-गिर्द ठगेरों का अड्डा बन चुका है, बताते चलें कि कुतुबगंज का रहने वाला अनिल मोदी जो इस ठगी का शिकार हुआ, उसे एक व्यक्ति मिला और वह व्यक्ति 16 सो रुपए लेकर चलता बना यह कह कर गया.
कि भागलपुर वन विभाग में मंत्री जी का आगमन होने वाला है ,जल्दी में कार्य करना है और लोकल आदमी को रखना है इसके लिए दो व्यक्ति की जरूरत है इसी बाबत हम लोगों से वोटर आईडी कार्ड दो फोटो और 16 सौ रूपये लिया और कहा कि आप यहीं पर रूके कई घंटे बीत जाने के बाद भी जब वह नहीं आया तो जिलाधिकारी से मैं सारी बातें कहा।
बताते चलें कि ठगी का मामला भागलपुर के समाहरणालय और कचहरी परिसर में ठगी का कार्य चरम सीमा पर बढ़ता चला जा रहा है ,इस पर जल्द से जल्द रोक लगाने की जरूरत है अन्यथा कोई भी ऐसे लोगों के चंगुल में फंस कर ठगी का शिकार हो सकते हैं।