रिपोर्ट:-निभाष मोदी, भागलपुर।
भागलपुर, पूरनमल सावित्री देवी बाजोरिया सरस्वती शिशु मंदिर नरगा कोठी चंपानगर भागलपुर के भैया बहनों द्वारा ऑनलाइन सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई।
प्रभारी प्रधानाचार्य जितेंद्र प्रसाद ने कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु कहे जाते हैं लेकिन आजाद हिंद सरकार के प्रथम प्रधानमंत्री नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे। इन्होंने 1943 में ही आजाद हिंद सरकार ,आजाद हिंद फौज और बैंक की स्थापना की थी। इस अमृत महोत्सव वर्ष में इनकी याद में दिनांक 23 जनवरी 2022 को जो अपने देश के इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति जलती थी उसका विलय कर दिया गया नेशनल वार मेमोरियल में उसका विधिवत उद्घाटन होना है और इंडिया गेट पर सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित किया जाएगा। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाना है।
सुभाष चंद्र बोस ने महात्मा गांधी को सबसे पहले राष्ट्रपिता कह कर पुकारा था। उनका कहना था सबसे बड़ा अपराध अन्याय सहना और गलत के साथ समझौता करना है ,अपनी ताकत पर भरोसा करो उधार की ताकत घातक होती है। सुभाष चंद्र बोस हर युवा के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। आचार्य सुबोध झा ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जीवनी से सभी युवाओं को रूबरू होना चाहिए किस तरह अपने देश को आजादी मिली है ऐसे वीर शहीदों को जरूर याद करना चाहिए। भारत के महानायक श्रद्धेय नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा इंडिया गेट पर स्थापित करने का निर्णय उनके व्यक्तित्व और स्वाभिमान के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
आज के इस जयंती के अवसर पर विद्यालय के भैया बहनों द्वारा एवं आचार्य /आचार्या द्वारा भी सुभाष चंद्र बोस की जीवनी प्रस्तुत की गई तथा भैया बहनों को बताया गया कि हम लोगों को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम का प्रारंभ सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर प्रभारी प्रधानाचार्य जितेंद्र प्रसाद द्वारा पुष्प अर्पित कर किया गया ।
इस अवसर पर प्रभारी प्रधानाचार्य जितेंद्र प्रसाद, मनोज तिवारी, शशि भूषण मिश्र, अभिजीत आचार्य, उपेंद्र प्रसाद साह, सुबोध झा, सुबोध ठाकुर ,गोपाल प्रसाद सिंह ,अमर ज्योति ,दीपक कुमार ,शशिकांत गुप्ता, अंजू रानी ,सुप्रिया कुमारी ,कविता पाठक ,ललिता झा, रेनू कुमारी एवं विद्यालय के 50 भैया बहन ऑनलाइन जुडे थे।