रिपोर्ट:-निभाष मोदी, भागलपुर।
भागलपुर,आरआरबी, एनटीपीसी परीक्षा रिजल्ट में धांधली के खिलाफ उठ खड़े हुए आंदोलनकारी छात्र युवा साथियों पर हुई बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज के विरोध में कई राजनीतिक दलों ने आज बिहार बंद का आवाहन किया, उसकी झलक भागलपुर में भी देखने को मिली, हालांकि स्टेशन चौक परिसर एवं शहर के मुख्य सड़क के किनारे बंदी का असर तो दिखा लेकिन और जगह बंदी का कुछ खास असर देखने को नहीं मिला, छात्र संगठनों,राष्ट्रीय जनता दल, कई राजनीतिक दलों के प्रखंड अध्यक्ष, सभी जिलाध्यक्ष, जिला महासचिव, जिला सचिव, सभी प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष स्टेशन चौक पर पहुंचकर वर्तमान सरकार को कोसते हुए बिहार बंद का समर्थन करते दिखे। इस बंदी में महागठबंधन के सभीराजद,कांग्रेस,बामदल,सीपीआई, माले सीपीआई, सीपीआई एम दलों ने बंद का समर्थन किया। उग्र आंदोलनकारी रोड पर उतर कर चौंक चौराहों पर दुकानों को बंद भी कराते दिखे।
राजनीतिक दल के नेता छात्रों पर हो रहे बर्बरता पुलिसिया दमन के खिलाफ आवाज बुलंद कर सरकार से मांग करते दिखे कि छात्रों पर पुलिसिया दमन और बर्बरता बंद हो और दोषी पुलिस पदाधिकारियों पर न्याय संगत कार्रवाई हो, मीडिया से बात करते हुए विरोध प्रदर्शन करते लोगों ने कहा कि जांच कमेटी के नाम पर रेलवे अभ्यर्थियों को ठग रही है यह नहीं चलेगा, एनटीपीसी के पदों पर 20 गुना संशोधित रिजल्ट जारी करे, रेलवे ग्रुप डी में एक परीक्षा के पुराने नोटिफिकेशन पर परीक्षा तिथि निर्धारित करे, वह दो चरणों में परीक्षा लेने का निर्णय रद्द करे, छात्रों पर पुलिसिया दमन बंद करे अन्यथा देश में चल रहे आंदोलन का रूप और भी उग्र होगा, आंदोलनकारियों ने कहा की हमारी मांगे अगर पूरी नहीं होती है तो चरणबद्ध आंदोलन और भी तेज होगा।
बिहार बंद आंदोलन के दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना ना हो इसके लिए भागलपुर प्रशासन काफी चुस्त व मुस्तैद दिखी , मौके पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी कहीं डीएसपी भी खुद कमान संभालते दिखे।उल्टा पुल, स्टेशन चौक, वेरायटी चौंक, कचहरी चौक, घंटाघर चौंक, तिलकामांझी चौक , गुरहट्टा चौंक पर जवान व अधिकारियों की तैनाती भारी मात्रा में कर दी गई थी। सभी चौक चौराहों पर दंगा नियंत्रण बलों ,बीएमपी के जवानों ,थाना पुलिस के जवानों और रेलवे स्टेशन पर जीआरपी व आरपीएफ के जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई थी।